Beverage Archives - Healthy Sansaar https://healthysansaar.in/category/beverage/ SEE THE HEALTH THE WAY OUR ANCESTORS SAW Wed, 16 Jun 2021 17:37:20 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7 https://i0.wp.com/healthysansaar.in/wp-content/uploads/2020/09/cropped-HEALTHY-SANSAAR-LOGO-2.png?fit=32%2C32&ssl=1 Beverage Archives - Healthy Sansaar https://healthysansaar.in/category/beverage/ 32 32 180658306 नारियल पानी के फायदे,अमृततुल्य 18 फायदे Coconut water benefits https://healthysansaar.in/%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-nariyal-pani-fayde/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=%25e0%25a4%25a8%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25b0%25e0%25a4%25bf%25e0%25a4%25af%25e0%25a4%25b2-%25e0%25a4%25aa%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25a8%25e0%25a5%2580-%25e0%25a4%25ab%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25af%25e0%25a4%25a6%25e0%25a5%2587-nariyal-pani-fayde https://healthysansaar.in/%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-nariyal-pani-fayde/#respond Sun, 18 Apr 2021 09:10:58 +0000 https://healthysansaar.in/?p=912 गर्मी के मौसम में अपने आप को हाइड्रेटेड रखने और ताज़गी तथा ठंढक के लिए ,नारियल पानी से अच्छा कोई विकल्प नहीं हो सकता। स्वादिष्ट होने के साथ साथ यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है ,इसलिए नारियल पानी के फायदे अद्भुत हैं। कुदरत के द्वारा दिया गया यह Read more…

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नारियल पानी के फायदे
नारियल पानी

गर्मी के मौसम में अपने आप को हाइड्रेटेड रखने और ताज़गी तथा ठंढक के लिए ,नारियल पानी से अच्छा कोई विकल्प नहीं हो सकता। स्वादिष्ट होने के साथ साथ यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है ,इसलिए नारियल पानी के फायदे अद्भुत हैं। कुदरत के द्वारा दिया गया यह एक अनमोल उपहार है | कोकोनट वाटर प्राकृतिक रूप से कई बीमारियों को जड़ से ख़त्म कर देता है | इस लेख में हमलोग नारियल पानी के फायदे तथा इससे संबंधित अन्य विषय पर जानेंगे। नारियल का बोटैनिकल नाम Cocos nucifera है | यह Arecaceae फैमिली में आता है | इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा कोकोनट की पैदावार है | भारत में कोकोनट का पेड़ सबसे ज्यादा केरल ,कर्नाटक और तमिलनाडु में है | 

नारियल पानी के पोषक तत्व / Nutritional Value of Coconut Water in Hindi

प्रति 100 ग्राम पानी में मिलने वाले पोषक तत्व की मात्रा 

                  पोषक तत्व                                                                   
पानी94.99g
ऊर्जा19 Kcal
कार्बोहाइड्रेट3.71 g
प्रोटीन0.72 g
कुल फैट0.2 g
शुगर2.61 g
डाइटरी फाइबर1.1 g
कैल्शियम24 mg
आयरन0.29 mg
मैग्नीशियम25 mg
फास्फोरस20 mg
पोटैशियम250 mg
सोडियम105 mg
जिंक0.1 mg
कॉपर0.04 mg
मैंगनीज0.142 mg
सैलेनियम1 µg
विटामिन
विटामिन-सी2.4 mg
थियामिन ( विटामिन B 1 ) 0.03 mg
राइबोफ्लेविन ( विटामिन B 2 )0.057 mg
नियासिन ( विटामिनB 3 )0.08 mg
पैंटोथेनिक एसिड ( विटामिन B 5 )0.043 mg
विटामिन-बी-60.032 mg
फोलेट ( विटामिन B 9 )3 µg
कोलाइन1.1mg

कोकोनट वाटर में करीब 95 %पानी होता है | ऊपर  दिए गए टेबल से स्पष्ट है कि नारियल पानी के फायदे इसमें उपस्थित  खनिज और कई प्रकार के विटामिन के कारण है | 

नारियल पानी के फायदे / Benefits of Coconut Water 

1. नारियल पानी के फायदे ह्रदय के लिए / Benefits of Coconut water for heart

ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए लिपिड मेटाबोलिज्म का सही होना जरूरी है | अधिक लिपिड से ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है | कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन का बना हुआ पदार्थ लिपिड कहलाता है | कोकोनट वाटर पीने से लिपिड मेटाबोलिज्म का स्तर बढ़ता है | इससे रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल LDL का स्तर घटता है तथा गुड कोलेस्ट्रॉल HDL का स्तर बढ़ता है | इस प्रकार यह ह्रदय रोग के जोखिम को कम करता है | इसके अतिरिक्त इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | यह रक्त संचार को भी सुधारता है ,जिससे स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है |इस तरह नारियल पानी के फायदे ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए है। 

2. नारियल पानी के फायदे उच्च रक्तचाप में  / Benefits of Coconut Water for high BP 

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए विटामिन C ,पोटेशियम ,मैग्नीशियम और कॉपर की जरुरत होती है | इसमें ये सभी तत्व मौजूद हैं | इसे पीने से सिस्टोलिक प्रेशर  में सुधार आता है | इसके अतिरिक्त इसमें एंटी थ्रोम्बिक गुण होते हैं | जो रक्त को थक्का नहीं बनने देते ,जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है | 

3. नारियल पानी के फायदे लिवर क्लींजिंग में / Coconut Water benefits for liver 

इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण यह लिवर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है | इसमें मौजूद एमिनो एसिड्स ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं तथा लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं | यदि किसी प्रकार की दवा ले रहे हैं तो दवाइयों के कारण होने वाले दुष्प्रभाव से भी यह लिवर को बचाता है | 

4. किडनी के लिए फायदेमंद / Coconut Water benefits for kidney 

किडनी में क्रिस्टल जैसे पदार्थ इकट्ठा होकर स्टोन का रूप ले लेते हैं | स्टोन होने पर तरल पदार्थ ज्यादा लेने की सलाह दी जाती है | तरल पदार्थ में नारियल पानी पीना अच्छा विकल्प है | इसके पानी में प्रोफाइलेक्टिक प्रभाव होता है ,जिस कारण क्रिस्टल किडनी और मूत्र मार्ग के अन्य भागों से चिपक नहीं पाता |इस तरह यह पेशाब के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाता है | 

5. नारियल पानी के फायदे निर्जलीकरण में  / Benefits of Coconut water in dehydration 

उल्टी ,दस्त ,अत्यधिक पसीना आना या लू लगने की अवस्था में कोकोनट वाटर राम बाण का कार्य करता है | इसे पीने से शरीर में तरल पदार्थ की कमी पूरी होती है और ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है | इसमें मौजूद खनिज electrolytes के रूप में कार्य करते हैं | यह व्यायाम के बाद भी पिया जाने वाला एक अच्छा ड्रिंक है | इससे शरीर में पानी और ऊर्जा की कमी पूरी हो जाती है | 

6. नारियल पानी के फायदे पाचन सम्बन्धी समस्या में / Benefits of Coconut water in stomach pain 

पाचन तंत्र से सम्बंधित कोई भी समस्या हो तो कोकोनट वाटर पीने से ठीक हो जाता है | शरीर में पहुँचते ही इसमें मौजूद पोषक तत्व पाचक एंजाइम की तरह कार्य करते हैं | कई बार संक्रमण के कारण भी पेट में दर्द होता है और गैस बन जाता है | इसमें एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं | जिस कारण यह संक्रमण को ख़त्म कर लक्षण को ठीक करता है | 

7. वजन कम करने में फायदेमंद  /Benefits of Coconut water for weight loss 

जिन लोगों का वजन बढ़ा हुआ हो वे कम से कम सप्ताह में चार बार कोकोनट वाटर पियें | इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम है और डाइटरी फाइबर मौजूद होने के कारण पेट भरा हुआ महसूस होता है | फाइबर शरीर में धीरे धीरे पचता है जिससे भूख नहीं लगती | इसके अतिरिक्त कोकोनट वाटर में पोटैशियम की मात्रा उच्च होती है ,जो सोडियम को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है | अतिरिक्त सोडियम शरीर में वाटर रिटेंशन का काम करता है | जिससे वजन बढ़ा हुआ लगता है | 

8. नारियल पानी के फायदे डायबिटीज में  /Coconut water benefits in diabetes 

इसमें एंटी डायबिटिक गुण होते हैं | यह रक्त में इन्सुलिन की मात्रा  बढ़ाता है  | यह रक्त में HbA1C का स्तर कम करता है | HbA1C को ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन भी कहते हैं | यह हीमोग्लोबिन ग्लूकोज़  से जुड़ा होता है | इसके पानी में L -arginine एमिनो एसिड होता है | यह एंटी डायबिटिक गुण प्रदर्शित करता है  | इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करते हैं और इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता में सुधार लाते हैं | यह मैग्निसियम का बढ़िया श्रोत है जो टाइप – 2 डायबिटीज को कम करने में सहायक है | कोकोनट वाटर इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाता है | फलस्वरूप ग्लूकोज को रक्त में कम करने के लिए कम इन्सुलिन की जरुरत होती है | इस तरह हम कह सकते हैं कि नारियल पानी के फायदे डायबिटीज में है | 

9. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक /Coconut Water boosts immunity 

बेहतर इम्यून सिस्टम के लिए शरीर में जिंक और विटामिन C की मात्रा सही होनी चाहिए | इसमें इन दोनों तत्वों की उच्च मात्रा मौजूद है | इनकी उपस्थिति में शरीर जल्दी बीमार नहीं होता | संक्रमण होने की अवस्था में विटामिन C शरीर में एंटीबाडी का निर्माण करता है | इसलिए किसी भी प्रकार का संक्रमण हो तो बे झिझक कोकोनट वाटर पीना चाहिए जिससे एंटीबॉडी जल्दी तैयार हो सके | 

10. नारियल पानी के फायदे पीलिया रोग में / Benefits of Coconut Water in Jaundice 

पीलिया रोग में कोकोनट वाटर का सेवन बहुत अच्छा होता है। यह लिवर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है। कोकोनट वाटर पीने से लिवर में एकत्रित फैट भी बाहर निकलता है। पीलिया में फैटी लिवर की भी समस्या कभी कभी देखने को मिलती है। कोकोनट वाटर पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है। इसे पीने से आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती रहती है। 

11. नारियल पानी के फायदे बुखार में / Coconut Water benefits in fever 

बुखार अपने आप में कोई बीमारी नहीं। लेकिन जब बुखार होता है तो शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। नारियल पानी शरीर में पानी की कमी पूरी करता है तथा इलेक्ट्रोलाइट्स की भी कमी नहीं होने देता। नारियल पानी में एंटी वायरल , एंटी माइक्रोबियल तथा एंटी बैक्टीरियल गुण है। जिस कारण इसके सेवन से हर प्रकार का संक्रमण ठीक होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C के कारण हमारा शरीर एंटीबॉडी जल्दी बना पाता है। फलस्वरूप बुखार जल्दी ठीक हो जाता है। 

12. शरीर को ऊर्जावान बनाता है  /Coconut water makes us energetic

 शरीर में एनर्जी की कमी लग रही हो तो कोकोनट वाटर पीना चाहिए | यह ग्लूकोज ,फ्रुक्टोज़ और सुक्रोस का बढ़िया श्रोत है | यह रक्त में पहुंचते ही ऊर्जा प्रदान करता है | इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद एमिनो एसिड भी शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है | एमिनो एसिड शरीर में ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाता है | इसमें मौजूद पोटैशियम की उच्च मात्रा भी ऊर्जावान बनाने में सहायता करती है | 

13. नारियल पानी के फायदे सिर दर्द में / Benefits of coconut water in Headache

कई बार पता नहीं चलता कि सिर दर्द क्यों हो रहा है | ऐसे में नारियल पानी पिया जाये तो शरीर में पानी की कमी पूरी होती है साथ ही अन्य पोषक तत्व भी मिल जाते हैं |अक्सर सिर दर्द से पीड़ित लोगों में मैग्निसियम की कमी होती है | इसमें मैग्निसियम की उच्च मात्रा मौजूद है ,जिस कारण इसे पीने से सिर दर्द में आराम मिलता है | 

14. नारियल पानी के फायदे गर्भावस्था में  /Benefits of Coconut water in pregnancy 

गर्भावस्था के दौरान कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है | कोकोनट वाटर खनिज और विटामिन्स  से भरपूर होता है। इसे पीने से गर्भवती महिलाओं में ऊर्जा की कमी नहीं होती ,किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं रहता ,रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ती है जिससे वे थकान महसूस नहीं करती | कोकोनट वाटर पीने से गर्भ में पल रहे बच्चे को भी हर प्रकार के पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है | 

15.अल्जाइमर रोग में फायदेमंद  /Coconut water benefits in Alzheimer’s disease  

अल्जाइमर रोग में याददाश्त धीरे – धीरे ख़त्म होने लगती है। शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल ,रक्तचाप का असामान्य होना ,शर्करा की कमी या अधिकता ,ये सभी अल्जाइमर के कारण हो सकते हैं | नारियल पानी इन सभी जोखिम को कम कर अल्जाइमर से बचाता है | इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं। इसमें मौजूद पोषक  तत्व मूड को लाइट करते हैं और स्ट्रेस को कम करते हैं | इसे पीने से न्यूरोलॉजिकल विकार में कमी आती है |

16. नारियल पानी के फायदे हाइपोथायराइड में /Coconut Water Benefits in hypothyroid

हाइपोथायराइड में थाइरोइड ग्लैंड की सक्रियता कम हो जाती है ,जिससे TSH का स्तर बढ़ जाता है | कोकोनट वाटर थाइरोइड ग्लैंड को थायरोक्सिन हारमोन के श्राव के लिए उत्तेजित करता है | यह इसमें मौजूद एन्ज़इम्स के कारण संभव हो पाता  है  | यह पानी ओवरएक्टिव थाइरोइड को भी नियंत्रित करता है | हाइपोथायराइड के सभी लक्षण कम करने में नारियल पानी के फायदे हैं।

17. नारियल पानी के फायदे त्वचा के लिए /Coconut Water benefits for Skin 

कोकोनट वाटर में मौजूद पोषक तत्व ,त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं तथा त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं | इससे त्वचा में कसावट आती है,चमक बढ़ता है तथा त्वचा जवान दिखती है | इसके पानी का प्रयोग फेस मास्क में करने से मुहांसे ,लाल दाने ,दाग – धब्बे और झुर्रियां ख़त्म होते हैं | इसके पानी को चन्दन के साथ लगाने से यह अच्छा परिणाम देता है। 

18. नारियल पानी के फायदे बालों के लिए / Benefits of Coconut water for hair 

इसके पानी को बालों की जड़ों में लगाया जाये तो बाल कोमल और चमकदार बनते हैं | इसमें मौजूद बायो एक्टिव कंपाउंड आसानी से बालों की जड़ों में जाकर बालों को मजबूत बनाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन K और आयरन बालों को झड़ने से बचाते हैं | कोकोनट वाटर पीने से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति होती है ,जिससे बालों की सभी समस्या समाप्त हो जाती है | 

नारियल पानी कब पीना चाहिए ?

नारियल पानी पीने का सबसे अच्छा समय होता है सुबह जब पेट खाली हो | इसे दिन में किसी भी समय पिया जा सकता है | नारियल पानी की तासीर ठंढी होती है, इसलिए रात में नहीं पीनी चाहिए और सर्दी के दिनों में भी  इसे कम पीना चाहिए | 

नारियल पानी का चुनाव कैसे करें ?

  • कोकोनट का साइज मध्यम होना चाहिए 
  • गोल आकार वाले कोकोनट में ज्यादा पानी होने की  सम्भावना रहती है 
  • इसका रंग हरा होना चाहिए ,उस पर ग्रे पैचेज कम होने चाहिए 
  • जिस नारियल को हिलाने से पानी की आवाज़ कम आये। उसमें पानी अधिक होता है | ऐसा कोकोनट ताज़ा होता है पर पानी में मिठास कम होती है | 

नारियल पानी के नुकसान /Side Effects of coconut water 

  • कुछ लोगों को कोकोनट वाटर से एलर्जी होती है | उन्हें यह नहीं पीना चाहिए | 
  • एक दिन में कई कोकोनट वाटर पी ली जाये तो शरीर में पोटैशियम की मात्रा आवश्यकता से अधिक बढ़ जाती है | इससे किडनी सम्बंधित परेशानी तथा ह्रदय सम्बंधित परेशानी हो सकती है |
  • कफ प्रकृति के लोगों को इससे जुकाम हो सकता है 
  • अधिक मात्रा में कोकोनट वाटर पी ली जाये तो पेट सम्बन्धी समस्या उत्पन्न हो सकती है | अधिक कोकोनट वाटर पीने से एलेक्ट्रिलाइट्स का संतुलन बिगड़ जाता है। 
  • नारियल पानी उच्च रक्तचाप को कम करता है। ऐसे में यदि BP कम करने की दवा ली जा रही हो तो रक्तचाप अपने स्तर से कम हो सकता है | 

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ग्रीन टी पीने के फायदे ,अद्भुत / Benefits of Green Tea https://healthysansaar.in/%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-benefits-green-tea/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=%25e0%25a4%2597%25e0%25a5%258d%25e0%25a4%25b0%25e0%25a5%2580%25e0%25a4%25a8-%25e0%25a4%259f%25e0%25a5%2580-%25e0%25a4%25aa%25e0%25a5%2580%25e0%25a4%25a8%25e0%25a5%2587-%25e0%25a4%2595%25e0%25a5%2587-%25e0%25a4%25ab%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25af%25e0%25a4%25a6%25e0%25a5%2587-benefits-green-tea https://healthysansaar.in/%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8-%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-benefits-green-tea/#respond Wed, 24 Mar 2021 08:19:45 +0000 https://healthysansaar.in/?p=810 चाय जिसे हम रिफ्रेशमेंट के लिए पीते हैं , वास्तव में यह हमारे स्वास्थ्य को सुधारने का कार्य करता है | जो भी non herbal tea होते हैं वह Camellia sinensis पौधे से प्राप्त होते हैं | ग्रीन टी कम प्रोसेस किया जाता है | इस कारण ग्रीन टी में Read more…

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ग्रीन टी

चाय जिसे हम रिफ्रेशमेंट के लिए पीते हैं , वास्तव में यह हमारे स्वास्थ्य को सुधारने का कार्य करता है | जो भी non herbal tea होते हैं वह Camellia sinensis पौधे से प्राप्त होते हैं | ग्रीन टी कम प्रोसेस किया जाता है | इस कारण ग्रीन टी में पोलीफेनोल कंपाउंड catechin भरपूर मात्रा में मिलता है | हमारी सेहत और ताज़गी को बनाये रखने के लिए दिन में एक बार चाय पीना काफी होता है |

ग्रीन टी पीने के फायदे

1.गंभीर बीमारियों से बचाव 

ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट , इसे हमारे लिए फायदेमंद बना देता है | विशेष कर उन लोगों के लिए यह ज्यादा जरूरी है जो अपने भोजन में फल , कच्ची सब्ज़ियाँ , ड्राई फ्रूट्स , सीड्स तथा स्प्राउट्स शामिल नहीं करते | केवल पका हुआ भोजन करना शरीर में फ्री रेडिकल्स को बढ़ा देता है | चाय में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स हमारे शरीर के फ्री रेडिकल्स से मुकाबला करते हैं तथा बीमारी को पनपने से रोकते हैं | कैंसर जैसी बीमारी का कारण भी यह फ्री रेडिकल्स ही होता है | 

2. ऊर्जावान बनाकर रखता है 

ग्रीन टी में भी कैफीन होता है | यह कैफीन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित कर देता है | इससे थकावट दूर होती है तथा हम ऊर्जावान महसूस करते हैं | 

3. हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है 

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण इसे पीने से bad cholesterol LDL के लेवल में कमी आती है | लो ब्लड प्रेशर वाले इसका सेवन करें तो उनका ब्लड प्रेशर मेन्टेन रहता है | ठंडे प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए यह चाय पीना बहुत अच्छा होता है क्योंकि वहाँ के लोगों का ब्लड प्रेशर अधिकतर लो रहता है | 

4. वजन कम करने में मदद करता है 

इसमें ज़ीरो कैलोरी होती है | इसे पीने के बाद ताज़गी महसूस होती है | लोगों का ध्यान खाने से हटता है | जिससे लोग कम कैलोरीज लेते हैं | इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फैट बर्न करने में भी मदद करता है | 

5. अल्ट्रा वायलेट किरणों से रक्षा 

ग्रीन टी पीने के बाद धूप में निकलते हैं तो अल्ट्रा वायलेट किरणों का असर हम पर कम होता है | यह खून में थक्का बनने से भी रोकता है| 

ग्रीन टी

अन्य फायदे 

  • ग्रीन टी को ऑक्सीडाइज नहीं किया जाता जिस कारण इसकी पत्तियों में इलेक्ट्रान की संख्या अधिक होती है | इसलिए जब ग्रीन टी की चाय से बाल धोया जाये तो बालों में चमक आती है | 
  • स्ट्रेस , एलर्जी तथा हारमोन चेंज के कारण जब आँखों में सूजन आ जाती है तब used ग्रीन टी बैग को आँखों पर रखने से आराम मिलता है | 
  • सन बर्न से ख़राब हो गयी त्वचा को ठीक करने का इसमें गुण है | ग्रीन टी के पानी से फेस वाश की जाये तो धूप के कारण सांवली पड़ी त्वचा फिर से निखर जाती है | 
  • ग्रीन टी मुहांसो को ठीक करने में भी उपयोगी है | इसमें एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी होता है | इसके पानी से फेस वाश किया जाये तो मुहांसे ठीक होते है तथा दाग भी मिट जाते हैं | 
  • यदि दिन भर बाहर रहने से पसीने के कारण पैरों से बदबू आ रही हो तो यह बदबू से निजात दिलाता है | गरम पानी में ग्रीन टी डाल दें , जब पानी सहने लायक रह जाए तब उसमें पैर रखें | इससे थकावट भी दूर होती है तथा पैरों में बदबू भी नहीं रहती | 

एक दिन में 3 -4 कप चाय पीना सही नहीं रहता क्योंकि ज्यादा चाय पीने से इसमें मौजूद कैफीन और टैनिन का दुष्प्रभाव दिखने लगता है | 

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नारियल पानी के फायदे और नुकसान /Coconut water benefits https://healthysansaar.in/%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-nariyal-pani-fayde-nuksan-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=%25e0%25a4%25a8%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25b0%25e0%25a4%25bf%25e0%25a4%25af%25e0%25a4%25b2-%25e0%25a4%25aa%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25a8%25e0%25a5%2580-nariyal-pani-fayde-nuksan-in-hindi https://healthysansaar.in/%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b2-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-nariyal-pani-fayde-nuksan-in-hindi/#comments Wed, 14 Oct 2020 09:51:14 +0000 https://healthysansaar.in/?p=535 गर्मी के मौसम में अपने आप को हाइड्रेटेड रखने और ताज़गी तथा ठंढक के लिए ,नारियल पानी से अच्छा कोई विकल्प नहीं हो सकता। स्वादिष्ट होने के साथ साथ यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है | कुदरत के द्वारा दिया गया यह एक अनमोल उपहार है | नारियल Read more…

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नारियल पानी के फायदे

गर्मी के मौसम में अपने आप को हाइड्रेटेड रखने और ताज़गी तथा ठंढक के लिए ,नारियल पानी से अच्छा कोई विकल्प नहीं हो सकता। स्वादिष्ट होने के साथ साथ यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है | कुदरत के द्वारा दिया गया यह एक अनमोल उपहार है | नारियल पानी  प्राकृतिक रूप से कई बीमारियों को जड़ से ख़त्म कर देता है | 

नारियल का बोटैनिकल नाम Cocos nucifera है | यह Arecaceae फैमिली में आता है | इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा नारियल की पैदावार है | भारत में नारियल का पेड़ सबसे ज्यादा केरल ,कर्नाटक और तमिलनाडु में है | 

नारियल पानी के फायदे

नारियल पानी के पोषक तत्व / Nutritional Value of Coconut Water in Hindi

प्रति 100 ग्राम पानी में मिलने वाले पोषक तत्व की मात्रा 

                  पोषक तत्व                                                                   
पानी94.99g
ऊर्जा19 Kcal
कार्बोहाइड्रेट3.71 g
प्रोटीन0.72 g
कुल फैट0.2 g
शुगर2.61 g
डाइटरी फाइबर1.1 g
कैल्शियम24 mg
आयरन0.29 mg
मैग्नीशियम25 mg
फास्फोरस20 mg
पोटैशियम250 mg
सोडियम105 mg
जिंक0.1 mg
कॉपर0.04 mg
मैंगनीज0.142 mg
सैलेनियम1 µg
विटामिन्स
विटामिन-सी2.4 mg
थियामिन ( विटामिन B 1 ) 0.03 mg
राइबोफ्लेविन ( विटामिन B 2 )0.057 mg
नियासिन ( विटामिनB 3 )0.08 mg
पैंटोथेनिक एसिड ( विटामिन B 5 )0.043 mg
विटामिन-बी-60.032 mg
फोलेट ( विटामिन B 9 )3 µg
कोलाइन1.1mg
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड0.176 g

नारियल पानी में करीब 95 %पानी होता है | ऊपर  दिए गए टेबल से स्पष्ट है कि यह खनिज और कई प्रकार के विटामिन्स का बेहतरीन श्रोत है | 

नारियल पानी के फायदे/Benefits of Coconut Water 

  1. नारियल पानी ह्रदय के लिए फायदेमंद / Coconut water for heart

ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए लिपिड मेटाबोलिज्म का सही होना जरूरी है | अधिक लिपिड से ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है | कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन का बना हुआ पदार्थ लिपिड कहलाता है | नारियल पानी पीने से लिपिड मेटाबोलिज्म का स्तर बढ़ता है | इससे रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल LDL का स्तर घटता है तथा गुड कोलेस्ट्रॉल HDL का स्तर बढ़ता है | इस प्रकार यह ह्रदय रोग के जोखिम को कम करता है | इसके अतिरिक्त नारियल पानी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | यह रक्त संचार को भी सुधारता है ,जिससे स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है |

  1. नारियल पानी उच्च रक्त चाप के लिए फायदेमंद / Coconut Water for high BP 

उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करने के लिए विटामिन C ,पोटैशियम ,मैग्निसियम और कॉपर की जरुरत होती है | नारियल पानी में ये सभी तत्व मौजूद हैं | इसे पीने से सिस्टोलिक प्रेशर  में सुधार आता है | इसके अतिरिक्त इसमें एंटी थ्रोम्बिक गुण होते हैं | जो रक्त को थक्का नहीं बनने देते ,जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है | 

  1. लिवर के लिए फायदेमंद / Coconut Water for liver 

नारियल पानी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण यह लिवर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है | इसमें मौजूद एमिनो एसिड्स ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं तथा लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं | यदि किसी प्रकार की दवाइयाँ ले रहे हैं तो दवाइयों के कारण होने वाले दुष्प्रभाव से भी यह लिवर को बचाता है | 

  1. किडनी के लिए फायदेमंद /Coconut Water for kidney 

किडनी में क्रिस्टल जैसे पदार्थ इकट्ठा होकर स्टोन का रूप ले लेते हैं | स्टोन होने पर तरल पदार्थ ज्यादा लेने की सलाह दी जाती है | तरल पदार्थ में नारियल पानी पीना अच्छा विकल्प है | इसके पानी में प्रोफाइलेक्टिक प्रभाव होता है ,जिस कारण क्रिस्टल किडनी और मूत्र मार्ग के अन्य भागों से चिपक नहीं पाता |इस तरह यह पेशाब के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाता है | 

  1. नारियल पानी बचाये निर्जलीकरण से /Coconut water for rehydration 

उल्टी ,दस्त ,अत्यधिक पसीना आना या लू लगने की अवस्था में नारियल पानी राम बाण का कार्य करता है | इसे पीने से शरीर में तरल पदार्थ की कमी पूरी होती है और ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है | इसमें मौजूद खनिज electrolytes के रूप में कार्य करते हैं | यह व्यायाम के बाद भी पिया जाने वाला एक अच्छा ड्रिंक है | इससे शरीर में पानी और ऊर्जा की कमी पूरी हो जाती है | 

  1. पाचन में फायदेमंद /Coconut water for digestion  

पाचन तंत्र से सम्बंधित कोई भी समस्या हो तो नारियल पानी पीने से ठीक हो जाता है | शरीर में पहुँचते ही इसमें मौजूद पोषक तत्व पाचक एंजाइम की तरह कार्य करते हैं | कई बार संक्रमण के कारण भी पेट में दर्द होता है और गैस बन जाता है | नारियल पानी में एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं | जिस कारण यह संक्रमण को ख़त्म कर लक्षण को ठीक करता है | 

  1. वजन कम करने में सहायक /Coconut water for weight loss 

जिन लोगों का वजन बढ़ा हुआ हो वे कम से कम सप्ताह में चार बार नारियल पानी पियें | इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम है और डाइटरी फाइबर मौजूद होने के कारण पेट भरा हुआ महसूस होता है | फाइबर शरीर में धीरे धीरे पचता है जिससे भूख नहीं लगती | इसके अतिरिक्त कोकोनट वाटर में पोटैशियम की मात्रा उच्च होती है ,जो सोडियम को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है | अतिरिक्त सोडियम शरीर में वाटर रिटेंशन का काम करता है | जिससे वजन बढ़ा हुआ लगता है | 

  1. डायबिटीज में फायदेमंद /Coconut water for diabetes 

नारियल पानी में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं | यह रक्त में इन्सुलिन की मात्रा  बढ़ाता है  | यह रक्त में HbA1C का स्तर कम करता है | HbA1C को ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन भी कहते हैं | यह हीमोग्लोबिन ग्लूकोज़  से जुड़ा होता है | इसके पानी में L -arginine एमिनो एसिड होता है | यह एंटी डायबिटिक गुण प्रदर्शित करता है  | इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करते हैं और इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता में सुधार लाते हैं | यह मैग्निसियम का बढ़िया श्रोत है जो टाइप – 2 डायबिटीज को कम करने में सहायक है | यह भी इन्सुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाता है | फलस्वरूप ग्लूकोज की मात्रा को रक्त में कम करने के लिए कम इन्सुलिन की जरुरत होती है | इस तरह हम कह सकते हैं कि नारियल पानी डायबिटीज में फायदेमंद है | 

  1. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक /Coconut Water boosts immunity 

बेहतर इम्यून सिस्टम के लिए शरीर में जिंक और विटामिन C की मात्रा सही होनी चाहिए | नारियल पानी में इन दोनों तत्वों की उच्च मात्रा मौजूद है | इनकी उपस्थिति में शरीर जल्दी बीमार नहीं होता | संक्रमण होने की अवस्था में विटामिन C शरीर में एंटीबाडी का निर्माण करता है | इसलिए किसी भी प्रकार का संक्रमण हो तो बे झिझक कोकोनट वाटर पीना चाहिए जिससे एंटीबाडी जल्दी तैयार हो सके | 

  1. शरीर को ऊर्जावान बना कर रखता है /Coconut water makes energetic

 शरीर में एनर्जी की कमी लग रही हो तो कोकोनट वाटर पीना चाहिए | यह ग्लूकोज ,फ्रुक्टोज़ और सुक्रोस का बढ़िया श्रोत है | यह रक्त में पहुंचते ही ऊर्जा प्रदान करता है | इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद एमिनो एसिड भी शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है | एमिनो एसिड शरीर में ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाता है | इसमें मौजूद पोटैशियम की उच्च मात्रा भी ऊर्जावान बनाने में सहायता करती है | 

  1. सिर दर्द में आराम / Relief in Headache

कई बार पता नहीं चलता कि सिर दर्द क्यों हो रहा है | ऐसे में नारियल पानी पिया जाये तो शरीर में पानी की कमी पूरी होती है साथ ही अन्य पोषक तत्व भी मिल जाते हैं |अक्सर सिर दर्द से पीड़ित लोगों में मैग्निसियम की कमी होती है | नारियल पानी में मैग्निसियम की उच्च मात्रा मौजूद है ,जिस कारण इसे पीने से सिर दर्द में आराम मिलता है | 

  1. गर्भावस्था के दौरान लाभदायक /Coconut water in pregnancy 

गर्भावस्था के दौरान कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है | नारियल पानी खनिज और विटामिन्स  से भरपूर होता है। इसे पीने से गर्भवती महिलाओं में ऊर्जा की कमी नहीं होती ,किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं रहता ,रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ती है जिससे वे थकान महसूस नहीं करती | कोकोनट वाटर पीने से गर्भ में पल रहे बच्चे को भी हर प्रकार के पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है | 

  1. अल्जाइमर रोग में फायदेमंद  /Coconut water in Alzheimer’s disease  

अल्जाइमर रोग में याददाश्त धीरे – धीरे ख़त्म होने लगती है। शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल ,रक्तचाप का असामान्य होना ,शर्करा की कमी या अधिकता ,ये सभी अल्जाइमर के कारण हो सकते हैं | नारियल पानी इन सभी जोखिम को कम कर अल्जाइमर से बचाता है | इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं। इसमें मौजूद पोषक  तत्व मूड को लाइट करते हैं और स्ट्रेस को कम करते हैं |इसे पीने से न्यूरोलॉजिकल विकार में कमी आती है |

  1. हाइपोथायराइड में फायदेमंद /Coconut Water for hypothyroid

हाइपोथायराइड में थाइरोइड ग्लैंड की सक्रियता कम हो जाती है ,जिससे TSH का स्तर बढ़ जाता है | नारियल पानी थाइरोइड ग्लैंड को उत्तेजित करता है ,थायरोक्सिन हारमोन के श्राव के लिए | इस काम में मदद करता है , नारियल पानी में मौजूद एन्ज़इम्स | यह पानी ओवरएक्टिव थाइरोइड को भी नियंत्रित करता है | हाइपोथायराइड के सभी लक्षण को यह पानी कम करने में सहायता करता है | 

  1. नारियल पानी के फायदे त्वचा के लिए /Coconut Water for Skin 

कोकोनट वाटर में मौजूद पोषक तत्व ,त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं तथा त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं | इससे त्वचा में कसावट आती है,चमक बढ़ता है तथा त्वचा जवान दिखती है | इसके पानी का प्रयोग फेस मास्क में करने से मुहांसे ,लाल दाने ,दाग – धब्बे और झुर्रियां ख़त्म होते हैं | इसके पानी को चन्दन के साथ लगाने से यह अच्छा परिणाम देता है। 

  1. नारियल पानी के फायदे बालों के लिए /Coconut water for hair 

इसके पानी को बालों की जड़ों में लगाया जाये तो बाल कोमल और चमकदार बनते हैं | इसमें मौजूद बायो एक्टिव कंपाउंड आसानी से बालों की जड़ों में जाकर बालों को मजबूत बनाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन K और आयरन बालों को झड़ने से बचाते हैं | इसके पानी को पीने से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति होती है ,जिससे बालों की सभी समस्या समाप्त हो जाती है | 

नारियल पानी कब पिये ?

नारियल पानी पीने का सबसे अच्छा समय होता है सुबह जब पेट खाली हो | इसे दिन में किसी भी समय पिया जा सकता है | इसकी तासीर ठंढी होती है | इसलिए रात में नहीं पीनी चाहिए और सर्दी के दिनों में भी  इसे कम पीना चाहिए | 

नारियल पानी का चुनाव कैसे करें ?

  • नारियल का साइज मध्यम होना चाहिए 
  • गोल आकार वाले नारियल में ज्यादा पानी होने की  सम्भावना रहती है 
  • नारियल का रंग हरा होना चाहिए ,उस पर ग्रे पैचेज कम होने चाहिए 
  • जिस नारियल को हिलाने से पानी की आवाज़ कम आये। उसमें पानी अधिक होता है | ऐसा नारियल ताज़ा होता है पर पानी में मिठास कम होता है | 

नारियल पानी के नुकसान /Side Effects of coconut water 

  • कुछ लोगों को कोकोनट वाटर से एलर्जी होती है | उन्हें यह नहीं पीना चाहिए | 
  • एक दिन में कई नारियल पानी पी ली जाये तो शरीर में पोटैशियम की मात्रा आवश्यकता से अधिक बढ़ जाती है | इससे किडनी सम्बंधित परेशानी तथा ह्रदय सम्बंधित परेशानी हो सकती है |
  • कफ प्रकृति के लोगों को इससे जुकाम हो सकता है 
  • अधिक मात्रा में कोकोनट वाटर पी ली जाये तो पेट सम्बन्धी समस्या उत्पन्न हो सकती है | 
  • नारियल पानी उच्च रक्तचाप को कम करता है। ऐसे में यदि BP कम करने की दवा ली जा रही हो तो रक्तचाप अपने स्तर से कम हो सकता है | 

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हर्बल चाय के प्रकार , हर्बल चाय बनाने की विधि और फायदे https://healthysansaar.in/%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=%25e0%25a4%25b9%25e0%25a4%25b0%25e0%25a5%258d%25e0%25a4%25ac%25e0%25a4%25b2-%25e0%25a4%259a%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25af-%25e0%25a4%25aa%25e0%25a5%258d%25e0%25a4%25b0%25e0%25a4%2595%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25b0-%25e0%25a4%25ab%25e0%25a4%25be%25e0%25a4%25af%25e0%25a4%25a6%25e0%25a5%2587 https://healthysansaar.in/%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ac%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%af-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87/#respond Sat, 22 Aug 2020 12:10:49 +0000 https://healthysansaar.in/?p=259 हर्बल चाय क्या है ? हर्बल चाय उस चाय को कहते हैं जिसमें camellia sinensis की पत्तियों का use नहीं किया जाता | इन पत्तियों  का use दूध वाली चाय बनाने के लिए किया जाता है | ग्रीन टी भी इन्ही पत्तियों से बनती है | हर्ब्स तथा मसालों का Read more…

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हर्बल चाय क्या है ?

हर्बल चाय उस चाय को कहते हैं जिसमें camellia sinensis की पत्तियों का use नहीं किया जाता | इन पत्तियों  का use दूध वाली चाय बनाने के लिए किया जाता है | ग्रीन टी भी इन्ही पत्तियों से बनती है | हर्ब्स तथा मसालों का use करके जो चाय बनती है ,उन्हें हर्बल चाय कहा जाता है | भारतीय रसोई में मिलने वाले मसालों का प्रयोग औषधि के तौर पर किया जाता है | इन्ही मसालों का प्रयोग करके हर्बल मसाला चाय तैयार होता है | जिन्हें बोलचाल की भाषा में हर्बल चाय कहते हैं | प्रत्येक हर्बल चाय के गुण और फायदे अलग अलग होते हैं | 

हर्बल चाय जो  प्रयोग करके बायीं गयी है

हर्बल चाय के प्रकार और  उनके फायदे 

1.अदरक की चाय  Ginger tea 

अदरक प्रत्येक  भारतीय किचन में मिलने वाला एक लोकप्रिय मसाला है | यह एक भूमिगत रूपान्तरित तना है | 

अदरक हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबालें |

बर्तन को गैस से उतार कर उसमें एक इंच अदरक का टुकड़ा कूच कर डाल दें | 

10 मिनट तक ढक कर छोड़ दें | अब इसे छान कर पी लें | सर्दी जुकाम हो तो शहद मिलाया जा सकता है | 

अदरक चाय के फायदे  Benefits of ginger tea 

1. शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो तो यह चाय उस दर्द से राहत दिलाती है | चाहे वह दर्द किसी चोट के कारण  हो रहा हो या थकावट के कारण या मासिक धर्म के दौरान ,सभी दर्द में यह रामबाण है | 

2. अदरक में एंटीबैक्टीरियल तथा antipyretic गुण होते हैं | यह अंदरूनी बुखार को भी ठीक कर देता है | अगली बार क्रोसिन के जगह अदरक चाय पर भरोसा करें |

3. यूरिक एसिड का लेवल कम करने में यह हर्बल चाय सक्षम है | इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | गठिया रोग में होने वाले दर्द और सूजन को यह कम करता है | 

4. अदरक का चाय पीने से शरीर में कार्टिसोल उत्पन्न होता है ,जो पेट की चर्बी घटाने में मदद करता है | यह शरीर में फैट जमा नहीं होने देता |  

5. सर्दी जुकाम में इसे शहद के साथ लिया जाता है | 

6. यह हर्बल चाय पाचन में सहयोग करता है | हैवी प्रोटीन फ़ूड जैसे कि चिकन ,चना , सोयाबीन ,मछली खाने के बाद अदरक की चाय पीना बहुत अच्छा रहता है | यह प्रोटीन के पाचन में मदद करता है | 

7. अदरक की चाय ह्रदय सम्बन्धी बीमारी में बहुत फायदेमंद है | यह हाई ब्लड प्रेशर तथा कोलेस्ट्रॉल दोनों को कम करता है | यह ब्लड थिनर का कार्य करता है | इसे पीने से रक्त संचार सही होता है | 

8. किडनी सम्बन्धी इन्फेक्शन में भी यह फायदा पहुँचाता है | 

2. दालचीनी की चाय  Cinnamon tea 

यह हर्बल चाय दालचीनी की छाल से बनायी जाती है | दालचीनी की छाल सख्त होती है | इसमें तेल मौजूद होते  हैं | इसी तेल के कारण इसका use किया जाता है | इसके छाल को हटाने के बाद दूसरी परत भी निकाली जाती है ,जो मुलायम होती है | इसी सॉफ्ट दालचीनी से पाउडर तैयार होता है | इसका प्रयोग स्वीट डिश में होता है | हमें सख्त दालचीनी का प्रयोग करना है |

दालचीनी हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबलने को रखें और उसमें दालचीनी के एक इंच के दो  टुकड़े डाल दें | 

5 मिनट पानी को उबलने दें | गैस बंद कर 10 मिनट के लिए चाय को ढक कर रख दें | 

10 मिनट बाद इसे छानकर पी लें | 

दालचीनी चाय के फायदे  Benefits of cinnamon tea 

1. यह हर्बल चाय वजन कम करने में मदद करता है | यदि वजन कार्ब्स के कारण बढ़ा है तो इसे कम करने में दालचीनी की चाय बहुत इफेक्टिव होती है | 

2. यह रक्त में शुगर का स्तर कम करता है | 

3. यह हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है तथा लो ब्लड प्रेशर को stabilize करता है | यह ट्राइग्लिसराइड तथा बैड कोलेस्ट्रॉल LDL दोनों को कम करता है | इस तरह यह ह्रदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है | 

4. माइग्रेन में भी यह चाय फायदेमंद होता है | 

5. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए यह पेट सम्बन्धी तथा श्वसन सम्बन्धी बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करता है | 

6. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह गठिया रोग में फायदेमंद होता है | इससे सूजन में कमी आती है | 

7. इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर सेल को बनने और बढ़ने से रोकता है | 

8. इसमें एंटी फंगल प्रॉपर्टी होती है | इस कारण यह हर्बल चाय खांसी ,सर्दी तथा गले के दर्द में आराम पहुंचाता है । यह जमे हुए बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

9. यह चाय थाइरोइड ग्लैंड को एक्टिव कर थायरोक्सिन हारमोन के श्राव को सही करता है | जिससे TSH लेवल में कमी आती है और हाइपोथायरायडिज्म सही होने लगता है | 

10. डिप्रेशन में भी यह हर्बल चाय कारगर साबित होता है | 

3. तेजपत्ता की चाय    Bay leaf tea

हर्बल चाय  जो मसालों का प्रयोग करके बनायीं गयी है

यह पत्ता एक प्रकार का गरम मसाला है | इसका उपयोग खाने में खुशबू और स्वाद के लिया किया जाता है | 

तेजपत्ता हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में 2 कप पानी उबलने को रखें , उसमें तेजपत्ते की दो-तीन पत्तियां तोड़ कर डाल दें | 

5 मिनट पानी को उबलने दें |

10 मिनट बाद छान कर पी लें | 

तेजपत्ता की चाय के फायदे   Benefits of bay leaf tea 

1. यह हर्बल चाय पेट सम्बंधित सभी समस्याओं में आराम दिलाता है | गैस, अपच , पेट में दर्द ,पेट में जलन सभी समस्याओं में यह उपयोगी है 

2. माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द में भी यह आराम दिलाता है | 

3. तेजपत्ता की चाय से मुहांसे और दाग धब्बे भी ठीक होते हैं | इससे रंगत एक सामान होती है | इसके लिए इस चाय की पानी से फेस वाश करना होता है।| 

4. यदि गला ख़राब हो और छाती में बलगम जमा हो तो यह चाय जरूर try करें | यह कंजेस्शन को ठीक कर बलगम बाहर निकालता है |

5. फोलिक एसिड और आयरन दोनों इसमें  होते हैं , इस कारण यह शरीर में खून बढ़ाने का काम करता है | 

6. यह डायबिटीज , हार्ट डिजीज और कैंसर तीनो में फायदा पहुँचाता है |  

4. हल्दी से बनी हर्बल चाय  Turmeric tea 

हल्दी हर घर में मौजूद एक मसाला है | इसमें एंटीबैक्टीरियल ,एंटीवायरल तथा अंतिमिक्रोबिअल गुण होते हैं | यह एंटी इंफ्लेमेटरी भी होता है | हल्दी एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं | 

हल्दी हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबालें ,गैस ऑफ कर दें ,अब बर्तन में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर ढक दें | 

10 मिनट बाद हल्दी चाय कप में आराम से छान लें ,नीचे तले में हल्दी बैठ जाती है उसे छोड़ दें | इसमें कुछ मिलाने की जरूरत नहीं है | 

हल्दी चाय के फायदे  Benefits of turmeric tea 

1.किसी भी प्रकार का वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो तो यह हर्बल चाय आराम दिलाता है | 

इन्फेक्शन होने पर सुबह शाम हल्दी चाय पीनी चाहिए | 

2 . यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है | 

3. यह यूरिक एसिड के लेवल को कम करता है | 

4. इसमें एंटीइंफ्लामेटोरी गुण होते हैं ,इस कारण यह गठिया के कारण होने वाले सूजन तथा दर्द में आराम दिलाता है | 

5. ह्य्पोथायरॉइड के रोगी के लिए हल्दी चाय बहुत अच्छा होता है | इसका सेवन TSH  के लेवल को कम करता है | 

6. यह चाय बैड कोलेस्ट्रॉल LDL  को कम करता है | यह ब्लड में शुगर के लेवल को भी कम करता है | जिन लोगों  ने ब्लड थिनर या शुगर की मेडिसीन शुरू नहीं की है | उनके लिए यह चाय अच्छा विकल्प है | जो मेडिसीन ले रहे हैं वो भी यह चाय पी सकते हैं पर उन्हें अपनी जाँच करवाते रहनी चाहिए | 

एक दिन में एक कप चाय रात को सोने से पहले पर्याप्त होती है | 

5. अजवाइन की चाय   Carom tea 

अजवाइन की तासीर गर्म होती है |यह भी एक प्रकार का मसाला  है | 

अजवाइन हर्बल चाय बनाने की विधि 

दो कप पानी में आधा चम्मच अजवाइन डालकर पांच से सात मिनट तक उबलने दें | 

गैस बंद करने के बाद 10 मिनट के लिए ढककर रख दें | 10 मिनट बाद इसे छानकर जरूरत अनुसार काला नमक या गुड़ डालकर पिया जा सकता है | 

अजवाइन हर्बल चाय के फायदे  Benefits of carom tea 

1.पेट दर्द में यह आराम दिलाता है | अनपच तथा बदहज़मी को यह हर्बल चाय दूर करता है | पेट में गैस बन रहा हो तो उसे भी ठीक करता है | इसके लिए अजवाइन चाय में कला नमक मिलाकर पिया जाता है | 

2. सर्दी जुकाम में भी यह चाय बहुत असरदार है | चाय बनाते समय इसमें गुड़ दाल दें | इससे बंद नाक खुल जाता है तथा छाती में जमा बलगम भी बहार निकल जाता है | 

3. डिलीवरी के बाद अजवाइन खाने की सलाह दी जाती है |इससे प्रसूति का पेट सही रहता है तथा शरीर को  गर्मी भी मिलती है | इस परिस्थिति में अजवाइन की चाय फायदेमंद होती है | 

4. अजवाइन चाय से मेटाबोलिज्म बढ़ता है जिससे चर्बी घटने लगती है | इस तरह यह वजन कम करने में मदद करता है | 

5. इसमें  मौजूद कम्पाउंड कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया और फंगी के ग्रोथ को रोकते हैं 

6. यह LDL cholesterol  तथा triglyceride के लेवल को कम करता है तथा good cholesterol HDL को बढ़ाता  है |  यह हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है |

6.सौंफ की चाय  Fennel tea 

सौंफ को मसाले और माउथ फ्रेशनर की तरह उपयोग किया जाता है | 

सौंफ हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी डालकर उबलने दें | 

गैस बंद करने के बाद उसमें कूटी हुई सौंफ डालकर ढक दें , 10 मिनट बाद छानकर पी लें | 

सौंफ की हर्बल चाय के फायदे 

1. सौंफ की चाय पाचन में सहायता करती है | पेट में गैस बन रहा हो या ऐंठन हो तो यह हर्बल चाय फायदेमंद होती है | 

2. यह हर्बल चाय बच्चों के लिए भी सुरक्षित है | पेट दर्द में उन्हें यह चाय आराम दिलाता  है | यह पेट के कीड़े को ख़त्म करने में भी कारगर है | 

3. सौंफ की चाय में रक्त को साफ़ करने का गुण होता है | यह ह्रदय में होने वाली एनजाइना पेन तथा हाई ब्लड प्रेशर में भी फायदेमंद  है | 

4. यह सीने में हो रही जलन को भी ठीक करता है | 

5. यह हर्बल चाय जॉन्डिस के इलाज़ में भी उपयोगी है |  यह किडनी के फंक्शन को इम्प्रूव करता है | 

6. सौंफ की चाय महिलाओं के लिए टॉनिक की तरह बहुत लम्बे समय से उपयोग किया जाता रहा है | यह महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द तथा मेनोपॉज के समय होनेवाली समस्या से निजात दिलाता है | 

7. यह चाय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर सर्दी खांसी के लक्षण को शुरुआत में ही रोक देता है | श्वसन तंत्र से सम्बंधित सभी बीमारी के इलाज़ में यह मदद करता है | छाती में जमे हुए बलगम को भी यह बाहर निकालता है | 

इस तरह हमने 6 प्रकार के मसालों से बानी  मसाला हर्बल चाय के बारे में जाना | गर्भवती महिलाओं को इन चायों का सेवन नहीं करना चाहिए | हम अपनी जरूरत अनुसार इन चायों का चुनाव कर भरपूर फायदा उठा सकते हैं | 

किस समस्या में किस हर्बल चाय को पीनी चाहिए 

1. पेट दर्द होने पर अजवाइन की चाय , सौंफ की चाय , तेजपत्ते की चाय या अदरक की चाय पी सकते हैं | पेट में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो अजवाइन की चाय में कला नमक डाल कर पिया जा सकता है | 

2. सीने में जलन तथा एनजाइना चेस्ट पेन हो तो सौंफ की चाय पियें | 

3. छाती में बलगम जमा हो तो इनमें से कोई भी चाय पी जा सकती है | 

4. बुखार आने पर अदरक की चाय या सौंफ की चाय पीनी चाहिए | 

5. गठिया रोग या यूरिक एसिड के बढ़ने पर हल्दी की चाय या अदरक की चाय लेनी चाहिए |

6. हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए अदरक की चाय , हल्दी की चाय तथा दालचीनी की चाय अच्छी होती है | 

7. माइग्रेन या सर दर्द में तेज पत्ते की चाय अच्छी होती है | 

8. वजन कम करने के लिए अदरक की चाय , दालचीनी की चाय , अजवाइन की चाय तथा सौंफ की चाय अच्छी होती है |

9. ह्य्पोथयरोइड में दालचीनी की चाय , अजवाइन की चाय तथा हल्दी की चाय फायदेमंद होती है|

10. शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो तो अदरक की चाय पीनी चाहिए | 

11. ब्लड में शुगर लेवल कम करने के लिए दालचीनी की चाय , तेजपत्ते की चाय तथा हल्दी की चाय पीनी चाहिए | 

12. कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ हो तो अदरक की चाय , अजवाइन की चाय ,दालचीनी की चाय या हल्दी की चाय ली जा सकती है | 

इससे सम्बन्धित प्रश्न के लिए आप मुझे कमेंट कर सकते हैं | आपको यह जानकारी उपयोगी लगी तो आप अपने दोस्तों से शेयर करें | 

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सुबह की शुरुआत चाय के साथ 

चाय हर घर में पी जाने वाली पसंदीदा पेय पदार्थ है | बच्चे , बड़े और बूढ़े सभी चाय पीना पसंद करते हैं | भारत की करीब 80% जनता सुबह खाली पेट चाय पीती है | एक दिन में भारतीय लगभग 300 करोड़ रुपये की चाय पी जाते हैं | 

सुबह उठते ही लोगों को चाय की तलब परेशान करने लगती है | जब तक उन्हें चाय पीने को न मिले , बेचैनी महसूस करते हैं | उनका सारा ध्यान इसी पर केंद्रित रहता है | इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए इलायची , अदरक , तेजपत्ता , दालचीनी आदि मसाले भी इसमें डालते हैं | मसाला चाय पीकर लोग ऐसे तृप्त होते है जैसे कि सुबह सुबह भगवान का प्रसाद मिल गया हो | यह सारी एक्टिविटी बताती है कि चाय पीना आपकी कमज़ोरी बन चुकी है | 

सुबह पी जाने वाली चाय को दिखाना

चाय की शुरुआत   

चाय की खेती हमारे देश में पहले नहीं हुआ करती थी | आसाम में स्थानीय लोग एक झाड़ीनुमा पौधे की पत्तियों को उबाल कर पिया करते थे | अंग्रेज़ों का ध्यान इस ओर गया | उन्होंने देखा कि इसे पीने से उनका ब्लड प्रेशर लो नहीं रहता | अंग्रेज़  ठंडे प्रदेश के लोग थे और उन्हें अपना ब्लड प्रेशर मेन्टेन करने के लिए यह सही लगा | 1835 में पहली बार आसाम में चाय की खेती की गयी | भारतीयों को भी इसका स्वाद भाने लगा | इस तरह धीरे धीरे चाय पीना हमारे खान पान में शामिल हो गया | 

चाय क्या है ?

चाय एक झाड़ीनुमा पौधा होता है | इस पौधे का बोटैनिकल नाम Camellia sinensis है | इस पौधे की पत्तियों से तीन प्रकार की चाय मिलती है | 

1. White tea – इस चाय की पत्ती को अधिकतर लोगो ने देखा भी नहीं होगा | यह सबसे कम प्रोसेस्ड और बेस्ट क्वालिटी की चाय होती है | यह पौधे की ऊपरी भाग से प्राप्त होता है | इसे विदेशों में एक्सपोर्ट किया जाता है | यह काफी महँगा होता है | स्थानीय बाज़ार में शायद ही यह मिले | ऑनलाइन इसे मंगवाया जा सकता है | यह चाय पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है | इसमें पोलीफेनोल एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं | 

2. Green tea – ग्रीन टी को सभी पहचानते हैं | यह वाइट टी की नीचे  वाली पत्तियां होती हैं | यह भी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं | ग्रीन टी सेहत के लिए फायदेमंद होती है | 

3. Black tea – यह पौधे की सबसे नीचे वाली पत्तियां होती हैं | जो पत्तियां सूख कर ज़मीन पर गिर जाती हैं उन्हें भी इकट्ठा कर के फ़ैक्टरी भेज दिया जाता है | वहां इसकी कटिंग होती है , इसे डाई किया जाता है तथा केमिकल प्रोसेस के द्वारा इसका दानेदार चाय तैयार किया जाता है | इसमें भी एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं पर ग्रीन टी और वाइट टी की अपेक्षा कम मात्रा में | चाय में पॉलीफिनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है | जब यह दूध के कैसीन प्रोटीन के संपर्क में आता है तब यह केमिकली चेंज हो जाता है | यह एंटीऑक्सीडेंट न रहकर नुकसानदायक केमिकल बन जाता है | 

सेहतमंद चाय बनाने का तरीका 

सबसे पहले पानी को गरम करते हैं | खौलते हुए पानी को गैस से उतार कर उसमें white tea , green tea या black tea जो चाय पीना है उसकी पत्ती डाल देते हैं | ढक कर 5 मिनट के लिए छोड़  देते हैं | इस तरह हमारी सेहतमंद चाय तैयार हो जाती है | इसमें नमक ,चीनी ,गुड़ कुछ भी मिलाने की जरूरत नहीं होती | कभी कभी शहद मिलाया जा सकता है | एक दिन में दो कप से ज्यादा चाय नहीं पीनी चाहिए | क्योंकि इन चायो में कैफीन भी होता  है | 

दूध वाली चाय 

चाय का असली अर्थ दूध वाली चाय से होता है | लोगों के जीभ पर इसका ज़ायका चढ़ा हुआ है | जिस तरह सिगरेट , शराब , ड्रग्स हमारे लिए  नुकसानदायक है उसी तरह दूध वाली चाय पीना भी हमारे लिए नुकसानदायक है | इसे बनाने का तरीका इसे और भी खराब बना देता है | 

पारंपरिक तौर पर पानी ,चाय पत्ती ,चीनी ,दूध सभी को मिलाकर उबालते हैं , जब तक मनचाही रंग न मिल जाए | इसमें तरह तरह के मसाले मिलाकर इसे और भी हानिकारक बना देते हैं | आयुर्वेद में तुलसी और दूध साथ में लेना वर्जित है | लेकिन लोग दूध वाली चाय में तुलसी पत्ता डाल कर पीते हैं | 

हमलोगों ने जैसा सिनेमा में देखा है कि चाय केतली में रहती है।  चीनी अलग से होती है | गरम दूध अलग रहता है | चाय पीने वाले अपनी इच्छानुसार चाय के कप में चाय पत्ती का पानी , दूध और चीनी मिलाते हैं | यह दूध वाली चाय पीने का सही तरीका है | इससे नुकसान कम होता है | 

ग्रीन टी पीने के फायदे 


चाय जिसे हम रिफ्रेशमेंट के लिए पीते हैं , वास्तव में यह हमारे स्वास्थ्य को सुधारने का कार्य करता है | जो भी non herbal tea होते हैं वह Camellia sinensis पौधे से प्राप्त होते हैं | ग्रीन टी कम प्रोसेस किया जाता है | इस कारण ग्रीन टी में पोलीफेनोल कंपाउंड catechin भरपूर मात्रा में मिलता है | हमारी सेहत और ताज़गी को बनाये रखने के लिए दिन में एक बार चाय पीना काफी होता है | इससे होने वाले फायदे –

1.गंभीर बीमारियों से बचाव 

ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट , इसे हमारे लिए फायदेमंद बना देता है | विशेष कर उन लोगों के लिए यह ज्यादा जरूरी है जो अपने भोजन में फल , कच्ची सब्ज़ियाँ , ड्राई फ्रूट्स , सीड्स तथा स्प्राउट्स शामिल नहीं करते | केवल पका हुआ भोजन करना शरीर में फ्री रेडिकल्स को बढ़ा देता है | चाय में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स हमारे शरीर के फ्री रेडिकल्स से मुकाबला करते हैं तथा बीमारी को पनपने से रोकते हैं | कैंसर जैसी बीमारी का कारण भी यह फ्री रेडिकल्स ही होता है | 

2. ऊर्जावान बनाकर रखता है 

ग्रीन टी में भी कैफीन होता है | यह कैफीन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित कर देता है | इससे थकावट दूर होती है तथा हम ऊर्जावान महसूस करते हैं | 

3. हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है 

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण इसे पीने से bad cholesterol LDL के लेवल में कमी आती है | लो ब्लड प्रेशर वाले इसका सेवन करें तो उनका ब्लड प्रेशर मेन्टेन रहता है | ठंडे प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए यह चाय पीना बहुत अच्छा होता है क्योंकि वहाँ के लोगों का ब्लड प्रेशर अधिकतर लो रहता है | 

4. वजन कम करने में मदद करता है 

इसमें ज़ीरो कैलोरी होती है | इसे पीने के बाद ताज़गी महसूस होती है | लोगों का ध्यान खाने से हटता है | जिससे लोग कम कैलोरीज लेते हैं | इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फैट बर्न करने में भी मदद करता है | 

5. अल्ट्रा वायलेट किरणों से रक्षा 

ग्रीन टी पीने के बाद धूप में निकलते हैं तो अल्ट्रा वायलेट किरणों का असर हम पर कम होता है | यह खून में थक्का बनने से भी रोकता है| 

अन्य फायदे 

  • ग्रीन टी को ऑक्सीडाइज नहीं किया जाता जिस कारण इसकी पत्तियों में इलेक्ट्रान की संख्या अधिक होती है | इसलिए जब ग्रीन टी की चाय से बाल धोया जाये तो बालों में चमक आती है | 
  • स्ट्रेस , एलेर्जी तथा हारमोन चेंज के कारण जब आँखों में सूजन आ जाती है तब used ग्रीन टी बैग को आँखों पर रखने से आराम मिलता है | 
  • सन बर्न से ख़राब हो गयी त्वचा को ठीक करने का इसमें गुण है | ग्रीन टी के पानी से फेस वाश की जाये तो धूप के कारण सांवली पड़ी त्वचा फिर से निखर जाती है | 
  • ग्रीन टी मुहांसो को ठीक करने में भी उपयोगी है | इसमें एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी होता है | इसके पानी से फेस वाश किया जाये तो मुहांसे ठीक होते है तथा दाग भी मिट जाते हैं | 
  • यदि दिन भर बाहर रहने से पसीने के कारण पैरों से बदबू आ रही हो तो यह बदबू से निजात दिलाता है | गरम पानी में ग्रीन टी डाल दें , जब पानी सहने लायक रह जाए तब उसमें पैर रखें | इससे थकावट भी दूर होती है तथा पैरों में बदबू भी नहीं रहती | 

एक दिन में 3 -4 कप चाय पीना सही नहीं रहता क्योंकि ज्यादा चाय पीने से इसमें मौजूद कैफीन और टैनिन का दुष्प्रभाव दिखने लगता है | 

दूध वाली चाय का नुकसान  Harms of Milk Tea 

1.चाय पीना दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक

दूध वाली चाय पीने से दिल की धड़कन बढ़ी हुई रहती है| इसमें मौजूद कैफीन के कारण ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है | बेचैनी और अधिक पसीना निकलने की परेशानी रहती है | ये सभी लक्षण दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं | 

2. चाय पीना शरीर के तापमान में गिरावट  लाता है

चाय गर्मी में पी जाये या सर्दी में , चाय पीने के बाद शरीर का तापमान एक डिग्री तक  कम हो जाता है | यह कैफीन के कारण होता है | कैफीन के कारण फैट एनर्जी में बदलता है जिस कारण पसीना आता है और शरीर का तापमान कम हो जाता है | कुछ परिस्थिति में यह हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होता है | 

3. आँतो पर बुरा असर 

दूध वाली चाय पीना पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डालता है | भूख ख़त्म होने लगती है | पेट में गैस बनने की समस्या शुरू हो जाती है | अधिक चाय पीने के कारण सिरदर्द की शिकायत रहने लगती है | कड़क चाय पीने के कारण आँत  में अल्सर का खतरा बढ़ जाता है | 

4. एसिडिटी होती है 

दूध वाली चाय पीना पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचाता है | इसके कारण पेट में तेज़ाब बनना शुरू हो जाता है | मुंह में छाले भी हो जाते हैं | एसिडिटी बढ़ने का मतलब है रक्त का एसिडिक होना ,अर्थात शरीर का PH level ख़राब हो जाना | यह कई बीमारियों का कारण बन जाता है | एसिड रिफ्लक्स और छाती में जलन आम बात होती है | चाय में मौजूद कैफीन स्फिंक्टर को रिलैक्स कर देता है | स्फिंक्टर oesophagus और stomach के बीच सेपरेटर का कार्य करता है | इसके रिलैक्स होने से स्टमक का एसिड ओएसोफैगस तक पहुँच जाता है | 

5.चाय पीना अनिद्रा की समस्या उत्पन्न करता है

नींद के लिए आवश्यक है melatonin की उचित मात्रा | मेलाटोनिन से ब्रेन को सिग्नल मिलता है सोने का | चाय में मौजूद कैफीन के कारण मेलाटोनिन का प्रोडक्शन कम हो जाता है | दूध वाली चाय में टैनिक एसिड की मात्रा भी अधिक होती है | इससे चिड़चिड़ापन और थकावट महसूस होती है | किसी भी काम में अटेंशन ज्यादा समय के लिए नहीं रह पाता |  इस तरह दूध वाली चाय पीना अनिद्रा के साथ साथ अनेक समस्या उत्पन्न कर देता है | 

6. चाय पीना वजन बढ़ाता है 

एक कप चाय में 50 ml दूध -30 calories और एक टी स्पून चीनी 20 calories अर्थात एक छोटी कप चाय में कम से कम 50 कैलोरीज होता है | दिन का तीन कप चाय अधिकतर लोग पी ही लेते हैं | इस तरह 150 कैलोरीज वो दूध वाली चाय से ले लेते हैं | यह एक्स्ट्रा कैलोरीज वजन बढ़ाने का काम करता है | 150 कैलोरीज को बर्न करने के लिए 12  मिनट की रनिंग या 18 मिनट की साइकिलिंग की जरूरत होती है | 

7. खून की कमी हो जाती है 

चाय में मौजूद टैनिन के कारण आयरन का अब्सॉर्प्शन नहीं हो पाता | विशेष कर प्लांट सोर्स से मिलने वाला आयरन | शरीर में खून बनने के लिए आयरन का होना आवश्यक है | जो लोग खाने के साथ चाय पीना पसंद करते हैं उनमें यह परेशानी ज्यादा होती है | 

8. हाथ पैर में दर्द रहना 

दूध वाली चाय पीने वाले लोगों में दर्द की शिकायत रहती है | उनके हाथ पैर और हड्डियों में दर्द रहता है | अधिक चाय पीने के कारण यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है | चाय कैल्शियम के अब्सॉर्प्शन को भी रोकता है | जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती है | 

9. शरीर में मिनरल्स की कमी 

दूध वाली चाय पीना शरीर में मिनरल्स की कमी का कारण बनता है | इसमें diuretic गुण होते हैं | चाय पीने के बाद यूरिन के लिए जाना होता है | बार बार यूरिन जाने के कारण शरीर से जरूरी मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं | चाय में मौजूद टैनिक एसिड इन मिनरल्स को अब्सॉर्ब कर बाहर निकाल देता है |  

10. डायबिटीज और थायरॉइड का खतरा बढ़ता है 

चाय और कॉफ़ी दोनों ही डायबिटीज और थायरॉइड को निमंत्रित करते हैं | चाय के कारण शरीर में शुगर का लेवल बढ़ा रहता है इससे पैंक्रियास पर बुरा प्रभाव पड़ता है | इन्सुलिन और ग्लूकोज के बीच  का बैलेंस डिस्टर्ब हो जाता है | ज्यादा मीठा सेवन करना थाइरोइड ग्लैंड को इफ़ेक्ट करता है | इसके कारण वजन बढ़ना और अनिद्रा की समस्या होती है | परिणामस्वरूप डायबिटीज और थाइरोइड दोनों होने का चांस बढ़ जाता है | 

 दूध वाली चाय का नुकसान जान कर भी लोग चाय पीना नहीं छोड़ पाते क्योंकि  चाय ने लोगों  को एडिक्ट बना दिया है | पर कोशिश कर के चाय पीना कम जरूर किया जा सकता है | धीरे धीरे दो से तीन साल में अपने आहार से इसे अलग किया जाना बिलकुल संभव है | 

इससे सम्बंधित कोई  प्रश्न आपके मन में हो तो मुझे कमेंट में बताएं | आपको ये जानकारी उपयोगी लगे तो अपने दोस्तों से अवश्य शेयर करें | 

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