मेथी का प्रयोग मसाला के रूप में भारतीय रसोई में किया जाता है। आयुर्वेद में भी मेथी के फायदे को देखते हुए औषधीय गुण प्रदर्शित करनेवाला बीज बताया गया है। मेथी की तासीर गर्म होती है। आयुर्वेद के अनुसार मेथी वात ,पित्त और कफ को शांत करती है। इस तरह यह त्रिदोष को शांत करने वाली बीज है। त्रिदोष से होनेवाली सभी समस्या में यह लाभकारी है। इस लेख में हमलोग मेथी के फायदे ,उपयोग करने के तरीके ,मेथी के पोषक तत्व और इसके नुकसान के विषय में जानेंगे। 

मेथी के फायदे
मेथी के फायदे

मेथी क्या है ? What is Fenugreek  in Hindi ?

मेथी दाना हल्का भूरा और पीले रंग का छोटा बीज होता है। इसके पौधे की लम्बाई एक से दो फ़ीट तक होती है। इसकी पत्तियों का प्रयोग साग ,सब्जी ,रोटी ,पराठे आदि बनाने में किया जाता है। इसकी खेती सर्दी में होती है। इसकी खेती केवल पत्तियों के लिए भी की जाती है। इसमें सफ़ेद रंग के छोटे फूल आते हैं। लम्बी और पतली फलियां होती है ,जिसमें इसके बीज होते हैं। एक फली में 10 से 20 बीज होते हैं। यह स्वाद में कड़वा होता है। इसकी अलग – अलग  किस्मो के आधार पर इसके दाने भी आकार में छोटे और बड़े होते हैं। रंगों में भी विभिन्नता होती है।मेथी Fabaceae फैमिली के अंतर्गत आता है। मेथी का वैज्ञानिक नाम Trigonella foenum graecum  है। 

मेथी के नाम अन्य भाषाओं में –

अंग्रेजी – fenugreek ,greek hay

हिंदी – मेथी 

संस्कृत – बहुपत्रिका ,मेथिका ,चन्द्रिका 

कन्नड़ – मेंथे 

तमिल – वनदायम 

पंजाबी – मेथिनी ,मेथा 

बंगाली – मेथनी 

आसामी – मेथी 

गुजराती – मेथी 

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मेथी में मौजूद पोषक तत्व / Nutritional Value of Fenugreek seeds 

मेथी दाना में कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन , फैट ,फाइबर ,आयरन ,पोटैशियम ,जिंक ,कॉपर ,मैग्नीशियम ,मैंगनीज ,कैल्शियम ,सेलेनियम ,विटामिन ए ,विटामिन बी ,विटामिन सी ,एंटीऑक्सीडेंट्स ,प्लांट कंपाउंड्स आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। नीचे टेबल में 100 ग्राम मेथी दाना और 10 ग्राम मेथी दाना में मौजूद पोषक तत्व की मात्रा बताई गयी है। एक टेबलस्पून मेथीदाना 10  ग्राम के करीब होता है। 

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम मात्रा प्रति 10 ग्राम 
ऊर्जा 323 kcal32 kcal
कार्बोहाइड्रेट 58.35 gm5.83 gm
प्रोटीन 23 gm2.3 gm
फैट 6.41 gm0.64 gm
फाइबर 24.6 gm2.46 gm

                                                                    मिनरल्स 

कैल्शियम 176 mg17.6 mg
पोटैशियम 770 mg77 mg
सोडियम 67 mg6.7 mg
आयरन 33.53 mg3.35 mg
कॉपर 1.11 mg0.11 mg
मैग्नीशियम 191 mg19 mg
मैंगनीज 1.228 mg0.122 mg
फॉस्फोरस 296 mg29.6 mg
जिंक 2.50 mg0.25mg
सेलेनियम 6.3 mcg0.63 mcg

                                                               विटामिन 

विटामिन A 60 IU6.0 IU
विटामिन C 3 mg0.3 mg
विटामिन B1 0.322 mg0.032 mg
विटामिन B2 0.366 mg0.036 mg
विटामिन B3 1.640 mg0.164 mg
विटामिन B6 0.600 mg0.06 mg
फोलेट 57 mcg5.7 mcg

मेथी के फायदे / मेथी दाना के फायदे / Fenugreek seed benefits in Hindi 

1. मेथी के फायदे डायबिटीज में / Fenugreek seed benefits in diabetes 

मेथी ब्लड में ग्लूकोज लेवल कम करने में बहुत प्रभावी है। इसमें हाइपोग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं। एक अध्ययन में टाइप 1 डायबिटिक रोगियों को 50 ग्राम मेथी पॉवडर लंच में और 50 ग्राम डिनर में दिया गया। 10 दिन बाद टेस्ट करने पर फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज लेवल में कमी देखी गयी और ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट का रिपोर्ट भी बेहतर आया। यूरिन में 54 % कम ग्लूकोज पाया गया। LDL ,VLDL cholesterol और ट्राइग्लिसराइड में भी कमी आयी थी। HDL cholesterol में कोई परिवर्तन नहीं था। 

एक अन्य स्टडी में देखा गया कि जब नॉन डाईबेटिक को मेथी खिलाई गयी तो 4 घंटे के बाद उनके ब्लड शुगर का लेवल 13.4 % कम हो चूका था। 

रिसर्च में पाया गया कि मेथी / फेनुग्रीक का प्रभाव डायबिटीज की दवाइयों की तरह होता है। इसके सेवन से इन्सुलिन सेंसिटिविटी /सहनशीलता बढ़ती है, जिससे इन्सुलिन रेसिस्टेन्स कम होता है। फलस्वरूप रक्त में ग्लूकोज लेवल कम होने लगता है। 

NCBI के अनुसार डायबिटीज पेशेंट मे मैग्नीशियम की कमी हो जाती है। इसलिए उन्हें अधिक मैग्नीशियम भोजन से लेनी पड़ती है। मैग्नीशियम की कमी से इन्सुलिन रेसिस्टेन्स बढ़ता है। मेथी में मौजूद फाइबर गलैक्टोमैनन स्टार्च और ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर देता है। यह मैग्नीशियम का बहुत अच्छा श्रोत है। 

डायबिटीज में 10 ग्राम अर्थात 1 चम्मच मेथीदाना रात को एक गिलास गुनगुना पानी में भिगोकर रखे ,सुबह पहले यह पानी पीना पिएं और फिर चबा कर दाना भी खा जाए  |

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2. मेथी के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करने में / Fenugreek benefits for lowering cholesterol 

मेथी में मौजूद स्टेरॉइडल सैपोनिन्स कंपाउंड्स आंत में कोलेस्ट्रॉल के अब्सॉर्प्शन को रोकता है। यह लिवर में भी कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन में कमी लाता है। इसके बीज में 25 %गैलक्टोमेनन है ,जो एक घुलनशील फाइबर है। इसी फाइबर के कारण यह ह्रदय की बिमारियों से बचाता है। रिसर्च में पाया गया कि इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल LDL तथा VLDL और ट्राइग्लिसराइड में कमी आयी। HDL कोलेस्ट्रॉल में मामूली बढ़त देखने को मिली। इसे अंकुरित करके खाने से फाइबर की मात्रा और बढ़ जाती है। इसके दाने /फेनुग्रीक सीड्स में Naringenin नामक फ्लैवोनॉइड्स होते हैं जो रक्त में लिपिड कम करने का कार्य करते हैं। यह एक एंटीऑक्सीडेंट है। 

3. मेथी के फायदे ह्रदय स्वास्थ्य में / Fenugreek seeds for heart health 

हार्ट को स्वस्थ रखने में मेथी दाना बहुत फायदेमंद है। इसमें पोटैशियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध है। मैग्नीशियम की भी मौजूदगी है। यह दोनों हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी हैं। यह ब्लड प्रेशर नार्मल रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से रक्त वाहिकाओं का लचीलापन बना रहता है। इससे रक्त का प्रवाह सही होता है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने का कार्य करते हैं। 

4. मेथी दाना पाचन स्वास्थ्य के लिए / Methi benefits for digestion 

मेथी का प्रयोग पुराने समय से पाचन के लिए किया जाता रहा है। इसके सेवन से कब्ज नहीं होती।यह लैक्सटिव का कार्य करता है।  पेट दर्द की समस्या में इसका सेवन आराम दिलाता है। गैस ,एसिडिटी ,मितली जैसी समस्या में इसका चाय पीने से बहुत आराम  मिलता है। यह पाचन शक्ति बढ़ाने का भी काम करता है। ये सब संभव होता है इसमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण। ऐसी कोई भी खाद्य पदार्थ जिससे गैस बनती हो या वात बढ़ने की आशंका हो तो उसे पकाते समय इसके दाने का प्रयोग किया जाता है। जैसे -उड़द दाल  ,पेठे की सब्जी ,इडली ,कढ़ी आदि। 

5. मेथी दाना के फायदे अर्थराइटिस में /  Benefits of Methi in Arthritis 

मेथी के बीज में पेट्रोलियम ईथर एक्सट्रेक्ट नामक एक कंपाउंड होता है। इसमें मुख्य रूप से ओमेगा 3 लिनोलेनिक एसिड और ओमेगा 6 लिनोलेइक एसिड होते हैं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है इस कारण यह अर्थराइटिस में उपयोगी होता है। यह सूजन कम कर दर्द में आराम दिलाता है। इसमें पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा मौजूद है जो अर्थराइटिस में बहुत आवश्यक तत्व है। पोटैशियम की कमी से दर्द का बढ़ना सामान्य बात है। सर्दी में यह समस्या जयदा होती है ,उस समय मेथी के लड्डू का सेवन उपयोगी होता है। 

6. हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद / Methi seed benefits for bone health 

हड्डियों के लिए कैल्शियम की जरुरत होती है। मेथी में यह मौजूद है। लेकिन हड्डी की डेंसिटी /गठन के लिए मैग्नीशियम ,कॉपर ,आयरन जिंक ,मैंगनीज ,फॉस्फोरस और आयरन की भी आवश्यकता होती है। ये सभी तत्व फेनुग्रीक /मेथी  में अच्छी मात्रा में मौजूद हैं। इसलिए मजबूत हड्डी के लिए इसका नियमित सेवन करना चाहिए। मेनोपॉज़ के समय महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। मेथी दाना में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन इस समय बहुत उपयोगी होता है। रिसर्च में इसके फायदे बोन मास को बढ़ाने में देखे गए हैं।  

 7. आयरन की कमी को पूरा करता है / Fenugreek benefits in anaemia 

मेथी का बीज आयरन का बहुत अच्छा श्रोत है। 10 ग्राम अर्थात एक चम्मच दाने से 3.30 मिलीग्राम आयरन मिल जाता है। इतना आयरन प्राप्त करने के लिए 400 ग्राम चुकंदर खाने होंगे। आयरन के अवशोषण के लिए विटामिन C और फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। इसमें दोनों मौजूद है। खून बनाने के लिए विटामिन B6 और कॉपर की भी आवश्यकता होती  है। इसमें ये दोनों तत्व भी मौजूद है। इस तरह मेथी के फायदे एनीमिया रोग को दूर करने में भी है। 

8. मेथी के फायदे वजन कम करने में / Methi benefits in weight loss 

फेनुग्रीक सीड्स में मौजूद अघुलनशील फाइबर पचने में समय लगाता है और यह भूख भी शांत करता है। इससे एक्स्ट्रा कैलोरी लेने से बच जाते हैं। यह इंफ्लामेशन कम करता है। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर गैलेक्टोमैनन फैट जमा नहीं होने देता। मेथी को रात में पानी में भिगोकर रखने और सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है।इसके दाने भी चबा कर खा लेना चाहिए ,तब ज्यादा असर होता है। यह टॉक्सिन्स भी शरीर से बाहर निकाल देता है। अंकुरित मेथी दाना में फाइबर तथा अन्य पोषक तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। वजन कम करने के लिए इसे अंकुरित करके भी खा सकते हैं। 

9. मेथी के फायदे पीरियड में / Methi benefits in period 

पीरियड संबंधित समस्याओं का सम्बन्ध एस्ट्रोजेन हार्मोन से होता है। मेथी में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं ,इस कारण इसका सेवन अधिक रक्तश्राव ,पेट दर्द , जी मिचलाना आदि में फायदेमंद होता है। चूँकि इसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है इसलिए इसका सेवन पीरियड के दौरान हुए ब्लड लॉस की पूर्ति करता है। इसके लिए इसकी चाय भी बना सकते हैं या इसके दाने को हल्का भूनकर पॉवडर बनाकर भी गुनगुने पानी के साथ खाया जा सकता है। पाउडर का उपयोग 1 से 2 ग्राम करना चाहिए। 

10. मेथी स्तन के आकार को बढ़ाता है / Methi incerses breast size 

मेथी में आयरन ,प्रोटीन और फाइटोएस्ट्रोजेन होता है। यह एस्ट्रोजन हार्मोन के श्राव को बढ़ाने में मदद करता है। एक युवा महिला को स्वस्थ शरीर प्राप्त करने के लिए तथा सही यौन स्वास्थ्य पाने के लिए आयरन ,प्रोटीन और एस्ट्रोजन हार्मोन का होना आवश्यक है। मेथी स्तन के आकार बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। पर इसका कोई क्लीनिकल टेस्ट नहीं है।चूँकि इसके सेवन से मैमरी ग्लैंड एक्टिव होता है ,सेल डिवीज़न तेज़ होता है ,इसलिए इसे ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके लिए इसके बीज का सेवन करते हैं और इसके तेल या इसके पेस्ट से स्तन की मालिश करते हैं। इस तरह मेथी के फायदे ब्रैस्ट साइज बढ़ाने में भी है। 

11. मेथी ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में फायदेमंद / Methi increases breast milk supply 

डिलीवरी के बाद महिलाओं को मेथी का सेवन करवाया जाता है। इसके कई कारण  है –

डिलीवरी के बाद वात दोष बढ़ने के कारण  दर्द रहने लगता है। ऐसे में मेथी दाना का सेवन फायदेमंद होता है। 

शरीर में आयी कमजोरी को भी यह दूर करता है। इसके सेवन से इंफ्लामेशन की समस्या नहीं आती और वजन भी कण्ट्रोल में रहता है। गर्भाशय भी अपनी पूर्व स्थिति को प्राप्त करता है।

मेथी में फाइटोएस्ट्रोजेन तथा गैलक्टोगोगुस नामक पदार्थ होता है। इससे ब्रैस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ता है। मेथी पोषक तत्वों का भंडार है। इसके सेवन से दूध की पौष्टिकता बढ़ती है। 

इसके लिए मेथी ,गुड़ और ड्राई फ्रूट्स के लड्डू बनाये जाते हैं। मेथी ,अदरक ,जीरा ,कलौंजी ,तिल , ड्राई फ्रूट्स  को भिगोकर तथा पीसकर घी और गुड़ के साथ च्यवनप्राश की तरह हलवा तैयार किया जाता है। एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम यह हलवा खाने से दूध पीलाने वाली माताओं की कमजोरी दूर होती है ,दूध का उत्पादन और दूध की पौष्टिकता बढ़ती है।  

12. सर्दी जुकाम और बुखार में फायदेमंद / Methi benefits in cold and flu 

मेथी में एंटी वायरल ,एंटी बैक्टीरियल और अन्य औषधीय गुण होते हैं। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं तथा इसमें कई एंटी ऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं। मेथी ,तुलसी पत्ता ,लवंग का काढ़ा जिसमें पीने के समय निम्बू का रस और शहद मिलाया जाये ,सर्दी जुकाम ,निमोनिया और बुखार को ठीक करता है। इसके सेवन से गल शोथ / mumps भी ठीक होता है। मम्प्स भी वायरल इन्फेक्शन है। 

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13. मेथी के फायदे त्वचा के लिए / Methi benefits for skin 

मेथी त्वचा के लिए किसी औषधि से कम नहीं। नहाने से एक घंटा पहले मेथी के तेल से मालिश करने से हर प्रकार का स्किन इन्फेक्शन ठीक होता है। इसमें एंटी फंगल ,एंटीवायरल ,एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण है। जिस कारण यह संक्रमण भी ठीक करता है और फोड़े फुंसी भी ठीक करता है। इसके प्रयोग से त्वचा से दाग धब्बे  मिटते हैं और रूखापन भी दूर होता है। यह बहुत अच्छा मॉइस्चराइज़र का काम करता है। 

मेथी का फेस पैक दही के साथ बनाया जाता है। इसके लिए दही में मेथी पाउडर मिलाकर आधा घंटा के लिए रख दें। जरुरत अनुसार पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर इसे 15 मिनट के लिए चेहरे और गर्दन के आस पास लगाएं। फिर स्क्रब करते हुए पानी से साफ कर लें। सप्ताह में एक बार यह फेस पैक पर्याप्त होता है। 

14. मेथी दाना के फायदे बालों के लिए / Methi benefits for hair 

मेथी के तेल से नए बल निकलते हैं। यह हेयर फॉलिकल को स्टिमुलेट करता है जिससे नए बाल आने लगते हैं। इसका असर तीन से चार दिनों में ही दिखने लगता है। इसमें प्रोटीन तथा निकोटिनिक एसिड मौजूद है जो इसे बालों के लिए बढ़िया बनाता है। इसमें एंटी फंगल गुण भी है और यह एंटी ऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर है। इसलिए यह स्कैल्प को स्वस्थ रखता है। इसमें मौजूद लेसिथीन के कारण बालों में नमी बनी रहती है। यह डैंड्रफ / रुसी की समस्या को दूर करता है। बालों को घाना और मोटा भी बनाता है तथा बालों को सफ़ेद होने से बचाता है। 

मेथी तेल की रेसिपी 

25 ग्राम मेथी दाना और 10 ग्राम कलौंजी को पीस कर 200 ml नारियल तेल में मिलाकर एक सप्ताह के लिए कांच की बोतल में रखकर धुप में रख दें। उसके बाद यह तेल उपयोग के लिए तैयार है। तेल को छान कर अलग नहीं करना है। इसी बोतल में से तेल लेकर, बाल धोने से 2 घंटा पहले बालों की जड़ों में लगाएं और हलके हाथों से मालिश करें। फिर शैम्पू से धो लें। जिनके बाल बहुत रूखे होते हैं ,उन्हें बाल धोने से 5  मिनट पहले बालों की जड़ों में दही लगानी चाहिए। 

हेयर मास्क 

मेथी को भिगोकर पीस लें ,उसमें दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और आधे घंटे के लिए बालों में लगाकर रखें। इसे सूखने से बचाने के लिए हेयर को कवर करें। फिर शैम्पू से धो लें। 

मेथी पाउडर ,मेहंदी ,इंडिगो पाउडर और दही को मिक्स कर 8 से 10 घंटे के लिए रख दें। साफ बालों में इस पैक को लगाएं। बालों को ढक कर रखें। 2 घंटे बाद शैम्पू कर लें। 

15. मेथी दाना खाने के अन्य फायदे 

  • इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण यह कैंसर में सकारात्मक प्रभाव दिखाता है। 
  • किडनी को डैमेज होने से बचाने में भी इसका योगदान है। यह कैल्शियम ऑक्सालेट से बननेवाले स्टोन के बनने में रुकावट डालता है। 
  • इसके सेवन से लिवर की भी सफ़ाई होती है
  • यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाता है। इसके सेवन से मसल बनाने में मदद मिलती है।

मेथी के नुकसान / Side effects of Methi seeds 

1. पेट की समस्या 

मेथी की तासीर गर्म होती है ,इसलिए इसे पाउडर के रूप में ज्यादा ली जाए तो गैस ,दस्त ,पेटदर्द ,उलटी ,बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। जिन्हें पाइल्स है ,उनकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। पाउडर की मात्रा 1 से 2 ग्राम के बीच होनी चाहिए। 

2. मिनरल्स और फाइबर की अधिकता 

कुछ जगह 50 ग्राम मेथी दाना खाने का जिक्र है। इतना मेथी दाना भिगोकर और पकाकर ही खाना संभव है। इसे पका देने से पाचन सम्बन्धी समस्या नहीं होगी। लेकिन इसमें कुछ मिनरल्स की मात्रा बहुत ज्यादा हैं जैसे कॉपर और मैंगनीज ,साथ ही इसमें फाइबर भी ज्यादा है। ये सभी पोषक तत्व हमे अपने पूरे दिन के भोजन से भी मिलनेवाले हैं। ऐसे में इनकी मात्रा हमारी जरुरत से ज्यादा हो जाएगी और इसका विपरीत प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर होगा। 

3. गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक 

गर्भवती महिला यदि मेथी का सेवन करती हैं तो गर्भपात की आशंका रहती है। यह गर्भाशय में संकुचन लाता है और ओक्सीटोक्सिन हार्मोन को उत्तेजित करता है। 

4. एलर्जी की सम्भावना 

यदि किसी को मेथी दाना से एलर्जी हो तो चकत्ते ,उबकाई आना ,सांस फूलने जैसी समस्या हो सकती है। 

5. आयरन ,जिंक और कैल्शियम की कमी 

मेथी दाना एक बीज है। हर प्रकार के बीज में फाइटिक एसिड मौजूद होता है। इसे भिगोकर खाने से फाइटिक एसिड का असर कम जाता है। लेकिन इसे पाउडर के रूप में प्रयोग करते हैं तो फाइटिक एसिड का असर ज्यादा रहता है।रोस्टिंग इसके असर को कम नहीं कर पाता,क्योंकि रोस्टिंग के लिए जो तापमान चाहिए वो हम नहीं दे पाते । इसे बहुत कम तापमान पर घंटो रोस्ट करना होता है। फाइटिक एसिड आयरन ,कैल्शियम और जिंक के अवशोषण में रुकावट डालता है। 

6. डायबिटीज और हाई BP मेडिसिन के साथ हस्तक्षेप 

डायबिटीज की मेडिसिन के साथ लेने से संभव है शुगर का लेवल रेंज से भी कम हो जाए। हाई बी पी की मेडिसिन के साथ भी ऐसा हो सकता है कि बी  पी लो हो जाये। इसलिए मेडिसीन के साथ लेनी हो तो डॉक्टर से परामर्श कर मेडिसीन का डोज तय करें। 

7. बच्चों के लिए नुकसानदायक 

यह छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है। इसे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं बताया गया है। 14  साल से बड़े बच्चों को कम मात्रा में इसे दिया जा सकता है। छोटे बच्चों को इसकी चाय भी नहीं देनी है। सब्जी ,साग में मिलाकर पकाया हुआ कुछ मेथी दे सकते हैं। 

8. हार्मोन असंतुलन 

मेथी दाना में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित कर उत्पादन बढ़ाता है। ऐसा लम्बे समय तक चलता रहा तो शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है। 

मेथी कितना लेना चाहिए / Dosages of Methi seeds 

  • पाउडर के रूप में – 1 से 2 ग्राम भूनकर पाउडर तैयार करें 
  • भिगोकर – यदि भिगोकर कच्चा खाते हैं तो 8 से 10 ग्राम 
  • अंकुरित – अंकुरित मेथी दाना 5 ग्राम तक क्योंकि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। 
  • पकाकर – भिगोया हुआ मेथी दाना पकाकर खाया जाये तो मात्रा 25 ग्राम तक सुरक्षित है

मेथी भिगोने के लिए पानी की मात्रा ज्यादा लेनी चाहिए। 10 ग्राम दाना के लिए 250 ml /एक गिलास पानी। 

किस बीमारी में मेथी लेनी चाहिए ? 

बीमारी जो भी हो ,थाइरोइड ,आर्थराइटिस ,यूरिक एसिड का बढ़ना ,हाई bp ,कैंसर सभी में मेथी दाना लिया जा सकता है। यदि कोई दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेकर मेथी लेना शुरू करें और मात्रा कितनी लेनी चाहिए ये भी डॉक्टर से  पूछे। 

क्या मेथी 365 दिन लगातार ले सकते है ?

नहीं , इसे लगातार नहीं लेना चाहिए।  एक महीने के बाद एक सप्ताह का या तीन महीने के बाद 1 महीने का गैप दें। गर्मी में इसका सेवन कम करें और सर्दी में मात्रा बढ़ा दें। इसमें औषधीय गुण है ,इसलिए इसे लगातार नहीं लेना चाहिए।


1 Comment

Shilas Kasbe · June 21, 2021 at 2:45 am

Information about fenugreek was excellent this was helpful for me

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