इन्फ्लेमेशन क्या होता है ? इन्फ्लेमेशन चोट या इन्फेक्शन के प्रति एक नैचरल रिस्पांस है। यह शरीर को ठीक करने में मदद करता है। यह हमारी इम्यून सिस्टम का एक भाग है ,जो प्रभावित क्षेत्र में WBC / वाइट ब्लड सेल और अन्य सूजन पैदा करने वाली कोशिकाओं को भेजती है। जैसे उंगली कट जाने पर त्वचा का रंग बदल जाना , आस पास की त्वचा का फुल जाना , चोट लगे हुए जगह की त्वचा का हल्का गर्म रहना , उस स्थान पर दर्द होना ,ये सभी लक्षण इन्फ्लेमेशन के कारण होता है। किसी भी तरह का शरीर में इन्फेक्शन होने पर बुखार होना ,यह भी इसके कारण होता है। यह एक सामान्य और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो शरीर को ठीक होने में मदद करता है। इसे एक्यूट इन्फ्लेमेशन कहते हैं जो 15 दिन के अंदर अपने आप ठीक हो जाता है।
लेकिन यही सूजन लम्बे समय तक रह जाए या स्वस्थ उत्तकों /tissue में हो तो यह बीमारी पैदा करती है। इसे क्रोनिक इन्फ्लेमेशन कहते हैं। यह और सालों तक ठीक नहीं होते। क्रोनिक इन्फ्लेमेशन तब होता है जब शरीर बिना किसी बीमारी के इंफ्लेमेटरी सेल भेजता रहता है।
क्रोनिक सूजन से जुड़ी बीमारियां
डायबिटीज
गठिया / रूमेटाइड आर्थराइटिस
कैंसर
पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज़ ,दस्त, एसिड रिफ्लक्स , IBS
त्वचा से जुड़ी समसया जैसे एक्सिमा , डर्मेटाइटिस , एक्ने
हार्ट से जुड़ी समस्या
एंग्जायटी ,डिप्रेशन ,मूड डिसऑर्डर
एलेर्जी और अस्थमा
हार्मोन इम्बैलेंस एंड पी सी ओ एस
यीस्ट इन्फेक्शन और एलर्जी
इसी तरह की और भी अनगिनत समस्याएं हैं।
इन्फ्लेमेशन कम करने के उपाय
डाक्टरी सलाह के साथ साथ खुद भी इसके प्रति जागरूक होना होगा। ऐसे खाद्य पदार्थ जो सूजन बढ़ाते हैं उनसे परहेज करें। जैसे चीनी, मैदा ,डब्बा बंद चीजें ,बेकरी प्रोडक्ट्स ,मिठाइयां , प्रोसेस्ड फ़ूड,रेड मीट, डेरी प्रोडक्ट्स इत्यादि। नियमित योग और एक्सरसाइज या वाक करें। नियमित उपवास करें। 12 से 14 घंटे का उपवास भी इसे कम करने में मदद करता है। सलाद , हरी सब्जी तथा भिगोये हुए ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। नारियल पानी ,हर्बल चाय ,ग्रीन टी यह भी इन्फ्लेमेशन कम करते हैं।
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