Browntop Millet क्या है ?
Browntop Millet एक पॉजिटिव मिलेट है। इसका ऊपरी परत ब्राउन रंग का होता है , इसलिए इसे ब्राउनटॉप मिलेट कहा जाता है। इसका गुण कंगनी से मिलता – जुलता है , इसलिए इसे छोटी कंगनी और हरी कंगनी भी कहते हैं। Browntop Millet के ऊपरी परत /हस्क हटाने के बाद हल्के हरे रंग का अनाज मिलता है। इसका स्वाद थोड़ा तीक्ष्ण होता है जो इसे स्वादिष्ट बनाता है। यह एक ऐसा अनाज है जो आंत की सभी परेशानी को ठीक करने का सामर्थ्य रखता है।
Browntop Millet की खेती कहाँ होती है ?
Browntop Millet की ओरिजिन अमेरिका में हुई थी। पर अब इसकी खेती भारत ,बांग्लादेश ,भूटान ,नेपाल ,म्यांमार ,साउथ अफ्रीका ,यमन ,जिम्बाब्वे ,चीन और ऑस्ट्रेलिया में की जाती है। भारत में इसकी खेती दक्षिण भारत ,उत्तर प्रदेश ,पंजाब ,राजस्थान ,महाराष्ट्र और गुजरात में की जाती है। इसे गर्म जलवायु पसंद है। इसे सूखा क्षेत्रों में आसानी से उगाया जा सकता है। इसे छाया भी पसंद है। दक्षिण भारत में इसकी खेती इमली के पेड़ की छाव में की जाती है। इसे उगाने के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। इसकी खेती पशु के चारे और मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए भी की जाती है।
Browntop Millet की खेती भारत में / Browntop Millet cultivation in India
ब्रॉउनटॉप मिलेट की बुवाई अप्रैल के मध्य में करते हैं तो पैदावार ज्यादा अच्छी होती है। पर इसे मई और जून के अंत तक भी लगाया जा सकता है। एक एकड़ में करीब 7 – 8 क्विंटल अनाज का उत्पादन होता है। जहाँ चारे के लिए इसे लगाते हैं वह इसकी कटाई 50 दिनों में कर ली जाती है। परिपक़्व अनाज 75 – 80 दिनों में तैयार होता है। कर्नाटक के कई क्षेत्रों में पानी के अभाव में किसानों ने प्रयोग के तौड़ पर ब्रॉउनटॉप मिलेट लगाया था। उन्हें इसमें बहुत बढ़िया परिणाम मिला। इसकी बुवाई ,कटाई ,सिंचाई में किसानों को कम मेहनत करनी पड़ती है। पर इसकी ऊपरी परत अर्थात हस्क /भूसा को हटाने में बहुत मेहनत होती है। एक क्विंटल ब्रॉउनटॉप अनाज से केवल 40 – 50 किलो ब्रॉउनटॉप चावल प्राप्त हो पाता है।
Browntop Millet के अन्य नाम / Browntop Millets in Hindi
ब्रॉउनटॉप मिलेट को भारत में अलग अलग नामों से जाना जाता है | ब्रॉउनटॉप को हिंदी में छोटी कंगनी और हरी कंगनी के नाम से जाना जाता है।Browntop Millet का botanical name/वैज्ञानिक नाम Brachiaria ramosa है। यह poaceae family के अंतर्गत आता है। भारत में ब्रॉउनटॉप को निम्नलिखित नामों से जाना जाता है :-
Hindi – छोटी कंगनी / chhoti kangni
Telugu – अंडकोरा / Andakora
Kannad – कोरेल / korale
Tamil – पलापुल / palapul
Punjabi – हरी कंगनी / hari kangni
ब्रॉउनटॉप मिलेट खाने के फायदे / Browntop Millet Benefits in Hindi
1. ब्रॉउनटॉप मिलेट के पोषक तत्व / Nutritional value of Browntop Millet
ब्रॉउनटॉप मिलेट में जरूरी अमीनो एसिड ,प्लांट कंपाउंड्स, vitamin B 17 के साथ साथ विभिन्न पोषक तत्व भी भरपूर होते हैं। यह फाइबर का बहुत अच्छा श्रोत है। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों फाइबर हैं। आइये इसके पोषक तत्व को देखते हैं :-
Energy 338 kcal
Protein 11.5 gm
Carbs 69 gm
Fiber 12.5 gm
Fat 1.89 gm
Minerals 4.2 gm
Iron 0.65 mg
Niacin ( VB3) 18.5 mg
Riboflavin(B2) 0.027 mg
Thiamin (VB1) 0.32 mg
Phosphorous 0.47 mg
Potassium 195 mg
2. कैंसर से बचाव में सक्षम / Benefits of Browntop Millet in Cancer
ब्रॉउनटॉप में एंटी कैंसर गुण मौजूद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन B 17 इसे कैंसर से रक्षा करने लायक अनाज बनाते हैं। इसके सेवन से ब्रेस्ट कैंसर ,आंत का कैंसर ,ब्लड कैंसर ,पेट का कैंसर होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है। इसका क्षारीय प्रकृति भी इसे कैंसर में खाने लायक अनाज बनाता है |
3. शरीर को साफ करता है / Detoxify the body
ब्रॉउनटॉप में फाइबर की मात्रा सभी अनाजों से ज्यादा है। इसके घुलनशील फाइबर रक्त में घुलकर पूरी बॉडी को साफ़ करते हैं तथा अघुलनशील फाइबर आंत को साफ़ करने का काम करते हैं। पेट सम्बन्धी समस्या जैसे अल्सर ,एसिडिटी ,लिकी गट , IBS सभी में यह फायदेमंद है। पाइल्स ,फिस्टुला ,fissures जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए अम्बालि / फर्मेन्टेड ब्रॉउनटॉप मिलेट खाना चाहिए | यह आंत और रक्त के साथ साथ पूरी बॉडी से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है।
4.शरीर को मजबूत और निरोग बनाता है / Browntop Millet for strong and disease free body
ब्रॉउनटॉप प्रोटीन का अच्छा श्रोत है। इसे 6 – 8 घंटे भिगोकर पकाया जाये तो यह आसानी से पच जाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और एमिनो एसिड शरीर के द्वारा पूरी तरह अवशोषित कर लिया जाता है। जिससे मांसपेशी मजबूत होती है और शरीर हृष्ट पुष्ट बनता है। यह शरीर को ऊर्जावान बनाये रखता है तथा हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। यह छोटे बच्चों के लिए भी अच्छा अनाज है। इसके सेवन से उनका सही विकास होता है।
5. हृदय रोग से बचाता है / Browntop for healthy heart
ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है कि कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही हो , ब्लड प्रेशर सामान्य रहे और ह्रदय की मांसपेशी मजबूत हो। ब्रॉउनटॉप मिलेट फाइबर से भरपूर होने के कारण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में सक्षम है ,यह ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकता है तथा इसमें मौजूद एमिनो एसिड ह्रदय की मांसपेशी को मजबूती प्रदान करते हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम ,फाइबर और मैग्नीशियम भी ह्रदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं |
6.डायबिटीज में फायदेमंद / Benefits of Browntop in Diabetes
फाइबर का उच्च मात्रा होना , ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 के करीब होना और 34 ग्लाइसेमिक लोड होना इसे डायबिटीज में खाने लायक बेहतर अनाज बना देता है। 100 ग्राम चावल और 100 ग्राम गेहूं जहाँ 50 GL शरीर को देते हैं वहीं 100 ग्राम ब्रॉउनटॉप केवल 34 GL शरीर को प्रदान करता है। फाइबर इसके ग्लूकोज को रक्त में धीरे धीरे रिलीज़ करता है। इससे शुगर की मात्रा नियंत्रण में रहता है। इसका नियमित सेवन पैंक्रियास के लिए भी अच्छा है।
7. नशे से छुटकारा दिलाने में सहायक
शराब ,चाय ,कॉफ़ी ,तम्बाकू ,सिगरेट जैसे नशे से छुटकारा दिलाने में ब्रॉउनटॉप मिलेट सहायता करता है।
8. ग्लूटिन मुक्त अनाज / Gluten free grain
जिन लोगों को गेहूं से एलर्जी अर्थात ग्लूटेन एलर्जी है या सेलियक डिजीज है उन्हें ब्रॉउनटॉप अपने आहार में शामिल करना चाहिए। अधिक मात्रा में ग्लूटेन लेने से अग्न्याशय पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ब्रॉउनटॉप ग्लूटेन मुक्त अनाज है और पोषक तत्वों से भरपूर है।
ब्रॉउनटॉप मिलेट इस्तेमाल करने में सावधानी / How to use Browntop Millet
- इसे पकाने से पहले 6 से 8 घंटे पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इससे इसके फाइबर पानी सोखकर नरम हो जाते हैं। इससे यह पचने में आसान हो जाता है।
- एक बार में एक ही मिलेट को पकाये। मिलेट को मिक्स करके कभी नहीं पकाये। कोशिश करें कि पूरे दिन में एक ही प्रकार का मिलेट खाये।
- ब्रॉउनटॉप मिलेट या अन्य सिरिधान्य मिलेट का आटा तैयार करने से पहले उसे 6 से 8 घंटे पानी में भिगोकर धूप में अच्छी तरह सूखा लें।
- जिन्हें पेट सम्बन्धी समस्या हो वे दो महीने ब्रॉउनटॉप मिलेट तथा अन्य पॉजिटिव मिलेट की ambali /अम्बालि बनाकर ही खाये। यह फर्मेन्टेड मिलेट होता है। उसके बाद वे इसकी खिचड़ी ,उपमा ,बिरयानी ,डोसा ,इडली आदि भी खा सकते हैं।
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