हर्बल चाय क्या है ?

हर्बल चाय उस चाय को कहते हैं जिसमें camellia sinensis की पत्तियों का use नहीं किया जाता | इन पत्तियों  का use दूध वाली चाय बनाने के लिए किया जाता है | ग्रीन टी भी इन्ही पत्तियों से बनती है | हर्ब्स तथा मसालों का use करके जो चाय बनती है ,उन्हें हर्बल चाय कहा जाता है | भारतीय रसोई में मिलने वाले मसालों का प्रयोग औषधि के तौर पर किया जाता है | इन्ही मसालों का प्रयोग करके हर्बल मसाला चाय तैयार होता है | जिन्हें बोलचाल की भाषा में हर्बल चाय कहते हैं | प्रत्येक हर्बल चाय के गुण और फायदे अलग अलग होते हैं | 

हर्बल चाय जो  प्रयोग करके बायीं गयी है

हर्बल चाय के प्रकार और  उनके फायदे 

1.अदरक की चाय  Ginger tea 

अदरक प्रत्येक  भारतीय किचन में मिलने वाला एक लोकप्रिय मसाला है | यह एक भूमिगत रूपान्तरित तना है | 

अदरक हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबालें |

बर्तन को गैस से उतार कर उसमें एक इंच अदरक का टुकड़ा कूच कर डाल दें | 

10 मिनट तक ढक कर छोड़ दें | अब इसे छान कर पी लें | सर्दी जुकाम हो तो शहद मिलाया जा सकता है | 

अदरक चाय के फायदे  Benefits of ginger tea 

1. शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो तो यह चाय उस दर्द से राहत दिलाती है | चाहे वह दर्द किसी चोट के कारण  हो रहा हो या थकावट के कारण या मासिक धर्म के दौरान ,सभी दर्द में यह रामबाण है | 

2. अदरक में एंटीबैक्टीरियल तथा antipyretic गुण होते हैं | यह अंदरूनी बुखार को भी ठीक कर देता है | अगली बार क्रोसिन के जगह अदरक चाय पर भरोसा करें |

3. यूरिक एसिड का लेवल कम करने में यह हर्बल चाय सक्षम है | इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | गठिया रोग में होने वाले दर्द और सूजन को यह कम करता है | 

4. अदरक का चाय पीने से शरीर में कार्टिसोल उत्पन्न होता है ,जो पेट की चर्बी घटाने में मदद करता है | यह शरीर में फैट जमा नहीं होने देता |  

5. सर्दी जुकाम में इसे शहद के साथ लिया जाता है | 

6. यह हर्बल चाय पाचन में सहयोग करता है | हैवी प्रोटीन फ़ूड जैसे कि चिकन ,चना , सोयाबीन ,मछली खाने के बाद अदरक की चाय पीना बहुत अच्छा रहता है | यह प्रोटीन के पाचन में मदद करता है | 

7. अदरक की चाय ह्रदय सम्बन्धी बीमारी में बहुत फायदेमंद है | यह हाई ब्लड प्रेशर तथा कोलेस्ट्रॉल दोनों को कम करता है | यह ब्लड थिनर का कार्य करता है | इसे पीने से रक्त संचार सही होता है | 

8. किडनी सम्बन्धी इन्फेक्शन में भी यह फायदा पहुँचाता है | 

2. दालचीनी की चाय  Cinnamon tea 

यह हर्बल चाय दालचीनी की छाल से बनायी जाती है | दालचीनी की छाल सख्त होती है | इसमें तेल मौजूद होते  हैं | इसी तेल के कारण इसका use किया जाता है | इसके छाल को हटाने के बाद दूसरी परत भी निकाली जाती है ,जो मुलायम होती है | इसी सॉफ्ट दालचीनी से पाउडर तैयार होता है | इसका प्रयोग स्वीट डिश में होता है | हमें सख्त दालचीनी का प्रयोग करना है |

दालचीनी हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबलने को रखें और उसमें दालचीनी के एक इंच के दो  टुकड़े डाल दें | 

5 मिनट पानी को उबलने दें | गैस बंद कर 10 मिनट के लिए चाय को ढक कर रख दें | 

10 मिनट बाद इसे छानकर पी लें | 

दालचीनी चाय के फायदे  Benefits of cinnamon tea 

1. यह हर्बल चाय वजन कम करने में मदद करता है | यदि वजन कार्ब्स के कारण बढ़ा है तो इसे कम करने में दालचीनी की चाय बहुत इफेक्टिव होती है | 

2. यह रक्त में शुगर का स्तर कम करता है | 

3. यह हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है तथा लो ब्लड प्रेशर को stabilize करता है | यह ट्राइग्लिसराइड तथा बैड कोलेस्ट्रॉल LDL दोनों को कम करता है | इस तरह यह ह्रदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है | 

4. माइग्रेन में भी यह चाय फायदेमंद होता है | 

5. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए यह पेट सम्बन्धी तथा श्वसन सम्बन्धी बैक्टीरियल इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद करता है | 

6. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह गठिया रोग में फायदेमंद होता है | इससे सूजन में कमी आती है | 

7. इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर सेल को बनने और बढ़ने से रोकता है | 

8. इसमें एंटी फंगल प्रॉपर्टी होती है | इस कारण यह हर्बल चाय खांसी ,सर्दी तथा गले के दर्द में आराम पहुंचाता है । यह जमे हुए बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

9. यह चाय थाइरोइड ग्लैंड को एक्टिव कर थायरोक्सिन हारमोन के श्राव को सही करता है | जिससे TSH लेवल में कमी आती है और हाइपोथायरायडिज्म सही होने लगता है | 

10. डिप्रेशन में भी यह हर्बल चाय कारगर साबित होता है | 

3. तेजपत्ता की चाय    Bay leaf tea

हर्बल चाय  जो मसालों का प्रयोग करके बनायीं गयी है

यह पत्ता एक प्रकार का गरम मसाला है | इसका उपयोग खाने में खुशबू और स्वाद के लिया किया जाता है | 

तेजपत्ता हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में 2 कप पानी उबलने को रखें , उसमें तेजपत्ते की दो-तीन पत्तियां तोड़ कर डाल दें | 

5 मिनट पानी को उबलने दें |

10 मिनट बाद छान कर पी लें | 

तेजपत्ता की चाय के फायदे   Benefits of bay leaf tea 

1. यह हर्बल चाय पेट सम्बंधित सभी समस्याओं में आराम दिलाता है | गैस, अपच , पेट में दर्द ,पेट में जलन सभी समस्याओं में यह उपयोगी है 

2. माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द में भी यह आराम दिलाता है | 

3. तेजपत्ता की चाय से मुहांसे और दाग धब्बे भी ठीक होते हैं | इससे रंगत एक सामान होती है | इसके लिए इस चाय की पानी से फेस वाश करना होता है।| 

4. यदि गला ख़राब हो और छाती में बलगम जमा हो तो यह चाय जरूर try करें | यह कंजेस्शन को ठीक कर बलगम बाहर निकालता है |

5. फोलिक एसिड और आयरन दोनों इसमें  होते हैं , इस कारण यह शरीर में खून बढ़ाने का काम करता है | 

6. यह डायबिटीज , हार्ट डिजीज और कैंसर तीनो में फायदा पहुँचाता है |  

4. हल्दी से बनी हर्बल चाय  Turmeric tea 

हल्दी हर घर में मौजूद एक मसाला है | इसमें एंटीबैक्टीरियल ,एंटीवायरल तथा अंतिमिक्रोबिअल गुण होते हैं | यह एंटी इंफ्लेमेटरी भी होता है | हल्दी एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं | 

हल्दी हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी उबालें ,गैस ऑफ कर दें ,अब बर्तन में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर ढक दें | 

10 मिनट बाद हल्दी चाय कप में आराम से छान लें ,नीचे तले में हल्दी बैठ जाती है उसे छोड़ दें | इसमें कुछ मिलाने की जरूरत नहीं है | 

हल्दी चाय के फायदे  Benefits of turmeric tea 

1.किसी भी प्रकार का वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो तो यह हर्बल चाय आराम दिलाता है | 

इन्फेक्शन होने पर सुबह शाम हल्दी चाय पीनी चाहिए | 

2 . यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है | 

3. यह यूरिक एसिड के लेवल को कम करता है | 

4. इसमें एंटीइंफ्लामेटोरी गुण होते हैं ,इस कारण यह गठिया के कारण होने वाले सूजन तथा दर्द में आराम दिलाता है | 

5. ह्य्पोथायरॉइड के रोगी के लिए हल्दी चाय बहुत अच्छा होता है | इसका सेवन TSH  के लेवल को कम करता है | 

6. यह चाय बैड कोलेस्ट्रॉल LDL  को कम करता है | यह ब्लड में शुगर के लेवल को भी कम करता है | जिन लोगों  ने ब्लड थिनर या शुगर की मेडिसीन शुरू नहीं की है | उनके लिए यह चाय अच्छा विकल्प है | जो मेडिसीन ले रहे हैं वो भी यह चाय पी सकते हैं पर उन्हें अपनी जाँच करवाते रहनी चाहिए | 

एक दिन में एक कप चाय रात को सोने से पहले पर्याप्त होती है | 

5. अजवाइन की चाय   Carom tea 

अजवाइन की तासीर गर्म होती है |यह भी एक प्रकार का मसाला  है | 

अजवाइन हर्बल चाय बनाने की विधि 

दो कप पानी में आधा चम्मच अजवाइन डालकर पांच से सात मिनट तक उबलने दें | 

गैस बंद करने के बाद 10 मिनट के लिए ढककर रख दें | 10 मिनट बाद इसे छानकर जरूरत अनुसार काला नमक या गुड़ डालकर पिया जा सकता है | 

अजवाइन हर्बल चाय के फायदे  Benefits of carom tea 

1.पेट दर्द में यह आराम दिलाता है | अनपच तथा बदहज़मी को यह हर्बल चाय दूर करता है | पेट में गैस बन रहा हो तो उसे भी ठीक करता है | इसके लिए अजवाइन चाय में कला नमक मिलाकर पिया जाता है | 

2. सर्दी जुकाम में भी यह चाय बहुत असरदार है | चाय बनाते समय इसमें गुड़ दाल दें | इससे बंद नाक खुल जाता है तथा छाती में जमा बलगम भी बहार निकल जाता है | 

3. डिलीवरी के बाद अजवाइन खाने की सलाह दी जाती है |इससे प्रसूति का पेट सही रहता है तथा शरीर को  गर्मी भी मिलती है | इस परिस्थिति में अजवाइन की चाय फायदेमंद होती है | 

4. अजवाइन चाय से मेटाबोलिज्म बढ़ता है जिससे चर्बी घटने लगती है | इस तरह यह वजन कम करने में मदद करता है | 

5. इसमें  मौजूद कम्पाउंड कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया और फंगी के ग्रोथ को रोकते हैं 

6. यह LDL cholesterol  तथा triglyceride के लेवल को कम करता है तथा good cholesterol HDL को बढ़ाता  है |  यह हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है |

6.सौंफ की चाय  Fennel tea 

सौंफ को मसाले और माउथ फ्रेशनर की तरह उपयोग किया जाता है | 

सौंफ हर्बल चाय बनाने की विधि 

एक बर्तन में दो कप पानी डालकर उबलने दें | 

गैस बंद करने के बाद उसमें कूटी हुई सौंफ डालकर ढक दें , 10 मिनट बाद छानकर पी लें | 

सौंफ की हर्बल चाय के फायदे 

1. सौंफ की चाय पाचन में सहायता करती है | पेट में गैस बन रहा हो या ऐंठन हो तो यह हर्बल चाय फायदेमंद होती है | 

2. यह हर्बल चाय बच्चों के लिए भी सुरक्षित है | पेट दर्द में उन्हें यह चाय आराम दिलाता  है | यह पेट के कीड़े को ख़त्म करने में भी कारगर है | 

3. सौंफ की चाय में रक्त को साफ़ करने का गुण होता है | यह ह्रदय में होने वाली एनजाइना पेन तथा हाई ब्लड प्रेशर में भी फायदेमंद  है | 

4. यह सीने में हो रही जलन को भी ठीक करता है | 

5. यह हर्बल चाय जॉन्डिस के इलाज़ में भी उपयोगी है |  यह किडनी के फंक्शन को इम्प्रूव करता है | 

6. सौंफ की चाय महिलाओं के लिए टॉनिक की तरह बहुत लम्बे समय से उपयोग किया जाता रहा है | यह महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द तथा मेनोपॉज के समय होनेवाली समस्या से निजात दिलाता है | 

7. यह चाय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर सर्दी खांसी के लक्षण को शुरुआत में ही रोक देता है | श्वसन तंत्र से सम्बंधित सभी बीमारी के इलाज़ में यह मदद करता है | छाती में जमे हुए बलगम को भी यह बाहर निकालता है | 

इस तरह हमने 6 प्रकार के मसालों से बानी  मसाला हर्बल चाय के बारे में जाना | गर्भवती महिलाओं को इन चायों का सेवन नहीं करना चाहिए | हम अपनी जरूरत अनुसार इन चायों का चुनाव कर भरपूर फायदा उठा सकते हैं | 

किस समस्या में किस हर्बल चाय को पीनी चाहिए 

1. पेट दर्द होने पर अजवाइन की चाय , सौंफ की चाय , तेजपत्ते की चाय या अदरक की चाय पी सकते हैं | पेट में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो अजवाइन की चाय में कला नमक डाल कर पिया जा सकता है | 

2. सीने में जलन तथा एनजाइना चेस्ट पेन हो तो सौंफ की चाय पियें | 

3. छाती में बलगम जमा हो तो इनमें से कोई भी चाय पी जा सकती है | 

4. बुखार आने पर अदरक की चाय या सौंफ की चाय पीनी चाहिए | 

5. गठिया रोग या यूरिक एसिड के बढ़ने पर हल्दी की चाय या अदरक की चाय लेनी चाहिए |

6. हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए अदरक की चाय , हल्दी की चाय तथा दालचीनी की चाय अच्छी होती है | 

7. माइग्रेन या सर दर्द में तेज पत्ते की चाय अच्छी होती है | 

8. वजन कम करने के लिए अदरक की चाय , दालचीनी की चाय , अजवाइन की चाय तथा सौंफ की चाय अच्छी होती है |

9. ह्य्पोथयरोइड में दालचीनी की चाय , अजवाइन की चाय तथा हल्दी की चाय फायदेमंद होती है|

10. शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो तो अदरक की चाय पीनी चाहिए | 

11. ब्लड में शुगर लेवल कम करने के लिए दालचीनी की चाय , तेजपत्ते की चाय तथा हल्दी की चाय पीनी चाहिए | 

12. कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ हो तो अदरक की चाय , अजवाइन की चाय ,दालचीनी की चाय या हल्दी की चाय ली जा सकती है | 

इससे सम्बन्धित प्रश्न के लिए आप मुझे कमेंट कर सकते हैं | आपको यह जानकारी उपयोगी लगी तो आप अपने दोस्तों से शेयर करें | 

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