कोदो मिलेट को हिंदी में कोदो या केद्रव कहते हैं। यह पांच पॉजिटिव मिलेट में से एक है। कोदो मिलेट आकार में छोटा होता है और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह कफ और पित्त दोष को शांत करता है।

 कोदो मिलेट को अंग्रेजी में Kodo millet कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Paspalum scrobiculatum है। यह poaceae फैमिली के अंतर्गत आता है। इसका पौधा धान के पौधे जैसा ही दिखता है। कोदो की खेती भारत और नेपाल के विभिन्न भागों में की जाती है। इसकी फसल पहली बारिश के साथ ही बो दी जाती है और भादों महीने तक यह तैयार हो जाता है। पकने पर कोदो के दाने लाल या चॉकलेट रंग के तैयार होते हैं। इसके ऊपरी परत को हटाने से हल्का लाल रंग का चावल निकलता है। 

भारत के अलग – अलग क्षेत्रो में इसे अलग – अलग नामों से जाना जाता है। 

हिंदी- कोदो

कन्नड़- हरिका

गुजरती- कोदरा ,मेन्या 

तमिल – वरागु ,वराकु 

बंगाली – कोदयाधान

पंजाबी – कोदरा 

तेलुगू – अरिकेलु ,एरिका 

उड़िया – कोदुआ 

मलयालम – वराकु 

कोदो में मौजूद पोषक तत्व / Nutritional Value of Kodo Millet 

पोषक तत्व 100 ग्राम कोदो में मौजूद वेल्यू/मान  
ऊर्जा 535 kcal
प्रोटीन 8.3 gm
कार्बोहाइड्रेट 65.9 gm 
फैट 1.4 gm 
फाइबर 5.2 gm 
कैल्शियम 35 mg
फॉस्फोरस 188 mg
आयरन 1.70 mg
थाइमिन (विटामिन B 1 )0.15 mg
नियासिन (विटामिन B 3 )2 mg
ग्लाइसेमिक इंडेक्स 42
ग्लाइसेमिक लोड 27

कोदो मिलेट खाने के फायदे / Benefits of Kodo Millet 

कोदो मिलेट

1.वजन घटाने में फायदेमंद /

कोदो मिलेट में फाइबर की अच्छी मात्रा है। इस कारण यह भूख को नियंत्रित करता है | इसका ग्लाइसेमिक लोड भी कम है जिससे शरीर में ग्लूकोज एकत्रित नहीं होता। इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ रहता है। इस तरह हम अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच जाते हैं। फलस्वरूप वजन कम होने लगता है। 

2.रक्त साफ़ करने में सहायक /

कोदो मिलेट ब्लड प्यूरिफायर का काम करता है। इसके सेवन से रक्त में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं यह कफ और पित्त दोष को भी शांत करता है। यह प्रकृति में क्षारीय होता है इसलिए इसके सेवन से रक्त क्षारीय बनता है। ब्लड का ph value मेंटेन होने से त्वचा सम्बन्धी सभी समस्याएं ठीक होती हैं। 

3.डायबिटीज रिवर्स करने में मददगार /

अन्य पॉजिटिव मिलेट की तरह कोदो मिलेट भी डायबिटीज को रिवर्स करने में मदद करता है। इसमें एंटीडायबिटिक कंपाउंड उपस्थित होते हैं। इसके सेवन से सीरम में इन्सुलिन का लेवल बढ़ता है जिससे फास्टिंग ग्लूकोज लेवल कम हो जाता है। कोदो में मौजूद फाइबर के कारण ब्लड में ग्लूकोज धीरे धीरे रिलीज़ होता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 42 और ग्लाइसेमिक लोड 27 है जो गेहूं और चावल से बहुत कम है। यदि मधुमेह के रोगी दिन में एक बार भी गेहूं ,चावल के जगह कोदो का सेवन करते हैं तो उन्हें भरपूर पोषण प्राप्त होता है और ब्लड में ग्लूकोज का स्तर भी कम जाता है।  डायबिटिक पेशेंट को कोदो मिलेट के साथ अन्य पॉजिटिव मिलेट भी आहार में शामिल करना चाहिए।  

4.कैंसर में फायदेमंद / 

कोदो मिलेट में एंटीऑक्सीडेन्ट्स  होते हैं। इसके इस गुण को बनाये रखने के लिए मिट्टी के बर्तन में इसे पकाना चाहिए। कोदो को फ्री रेडिकल्स की संख्या कम करने में बहुत प्रभावी देखा गया है। फ्री रेडिकल्स की संख्या कम होगी तो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि भी नहीं होगी। कोदो मिलेट की अम्ब्लि / फर्मेन्टेड कोदो पॉरिज कैंसर के रोगी के लिए सुपर फ़ूड होता है | 

5.पेट सम्बन्धी समस्यें दूर होती है / 

कोदो फाइबर का अच्छा श्रोत है। आंत को स्वस्थ बनाये रखने में फाइबर का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यह आंत में भोजन को आगे बढ़ाने में मदद करता है। जिससे भोजन पाचन के बाद आसानी से अवशोषण के लिए आगे बढ़ जाता है। इस तरह गैस और कब्ज की समस्या नहीं रहती है। कोदो की फर्मेन्टेड पॉरिज अर्थात अम्बलि विटामिन B 12 का बढ़िया श्रोत होता है। अम्ब्लि आंत में अच्छे बैक्टीरिया को विकसित कर आंत को स्वस्थ बनाता है। यह बहुत ही सुपाच्य होता है। इसे गर्भवती महिला और एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे को भी खिलाया जा सकता है। 

6.लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है /

कोदो मिलेट को लिवर और किडनी सम्बन्धी समस्या में खिलाया जाये तो बहुत आराम मिलता है और दोनों स्वस्थ होने लगते हैं। कोदो ब्लड प्यूरीफायर की तरह कार्य करता है और यह क्षारीय भी होता है ,इस कारण यह लिवर और किडनी के लिए अच्छा भोजन है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स एंटीऑक्सीडेंट्स का काम करते हैं और शरीर की इम्युनिटी को भी बढ़ाते हैं। 

7.घाव भरने मे सहायक / 

कोदो मिलेट में मौजूद फाइटोकेमिकल्स एंटी – इन्फ्लैमटरी गुण को दर्शाता है। यह इंफ्लामेशन को कम करता है और घाव को भरने में भी मदद करता है। घाव पर कोदो का पेस्ट लगाने से घाव जल्दी भरता है। 

8.ह्रदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद /

ह्रदय स्वास्थ्य के लिए यह बहुत बढ़िया आहार है। इसके सेवन से ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है। यह ब्लड प्रेशर को भी सामान्य रखने में मदद करता है। 

9.एंटी माइक्रोबियल 

कोदो में मौजूद कंपाउंड्स एंटी माइक्रोबियल एक्टिविटी को दिखाते हैं। इनके सेवन से कई प्रकार के बैक्टीरियल ग्रोथ ख़त्म होते हैं। 

10.ग्लूटेन फ्री अनाज 

कोदो मिलेट ग्लूटेन फ्री अनाज है। जिन लोगो को सिलिअक डिजीज है या ग्लूटेन एलर्जी है उन्हें इस अनाज का सेवन करना चाहिए। इससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी और वह स्वस्थ रहेंगे। 

11.बेहतर नींद के लिए 

यह नर्वस सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है। इसके सेवन से अच्छी नींद आती है। अनिद्रा की समय में कोदो मिलेट जरूर खायें | 

मिलेट को आहार में कैसे शामिल करें 

कोदो मिलेट को पकाने से पहले 6 – 8 घंटे के लिए भिंगो दें। इससे यह गर्मी नहीं करता और इसका फाइबर अपने जरुरत अनुसार पानी सोख लेता है | कोदो का आटा  तैयार करने से पहले भी इसे 6 – 8 घंटे के लिए भिंगोकर धूप में 2 दिन के लिए सूखा लें। कोदो मिलेट से आप कई तरह के भोजन तैयार कर सकते हैं। 

कोदो का भात 

कोदो की अम्बलि / फर्मेन्टेड पॉरिज 

कोदो की खिचड़ी 

कोदो की खीर 

कोदो की पॉरिज 

कोदो का पुलाव 

कोदो का उपमा 

कोदो के आटे का हलवा 

कोदो की रोटी , ब्रेड ,बिस्कुट

कोदो का इडली ,डोसा 

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