अमरुद के पत्ते
अमरुद

अमरुद सर्दी के मौसम में मिलने वाला एक स्वादिष्ट फल है | अमरुद को भारत का देसी फल कहा जा सकता है | यह भारत के सभी प्रान्त में आसानी से उगाया जानेवाला पौधा है | अमरुद की तासीर ठंढी होती है | इस कारण कुछ लोग इस फल का फायदा नहीं उठा पातें |उनके लिए अमरुद के पत्ते की चाय एक अच्छा विकल्प है | जितनी पौष्टिकता अमरुद के फल में होती है उतनी ही पौष्टिकता इसके पत्ते में भी होती है | अमरुद के पत्ते के औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसे विशेष स्थान प्राप्त है | 

अमरुद की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे पोलीफेनोल , कार्टेनोइड तथा फ्लवोनोइड्स होते हैं | अमरुद के पत्ते के फायदे को समझने के लिए हम इसमें मौजूद पोषक तत्वों पर नज़र डालते हैं | 

अमरुद की पत्तियों में मौजूद पोषक तत्व /Nutritional value of Guava Leaves in Hindi 

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट7mg
स्टार्च6.3mg
प्रोटीन16.8mg
एमिनो एसिड8mg
विटामिन सी103.0mg
विटामिन बी14.80mg
कैल्शियम1660.0mg
आयरन13.50mg
मैग्नीशियम440mg
फास्फोरस360mg
पोटैशियम16mg
इस चार्ट से स्पष्ट है कि अमरुद के पत्तियाँ कैल्शियम , मैग्निसियम ,फ़ास्फ़रोस ,पोटैशियम ,आयरन, विटामिन C और विटामिन B की अच्छी श्रोत हैं |

अमरुद के पत्ते का उपयोग कैसे करें / How to use Guava  Leaves in Hindi  

अमरुद के पत्ते
अमरुद के पत्ते
  1. अमरुद की कोमल पत्तियों को चबा – चबा कर खाया जा सकता है | एक बार में दो पत्ते ही चबाने चाहिए | यह सबसे आसान और सर्वोत्तम तरीका है | मुँह की दुर्गन्ध दूर करने के लिए , दांत और मसूड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए और छाले से राहत के लिए यही तरीका अपनाना होता है | 
  1. हरी कोमल पत्तियों की उपलब्धता हमेशा नहीं होती | इसलिए अमरुद के पत्ते की चाय बनायी जाती है | अमरुद के पत्ते की चाय के लिए हरे और सूखे दोनों ही पत्ते प्रयोग किये जा सकते हैं | बाज़ार में सूखे हुए अमरुद की पत्तियों की चूर्ण मिलती है | 
  1. हरे अमरुद की पत्तियों से चाय बनाने की विधि 
  • एक कप चाय बनाने के लिए 2 अमरुद की हरी पत्तियाँ धो लें 
  • एक बर्तन में एक कप और एक चौथाई कप पानी उबलने को रखें 
  • उबलते पानी में पत्ते के छोटे छोटे टुकड़े कर के डाल दें 
  • माध्यम आंच पर 5 मिनट उबलने दें 
  • गैस बंद कर के बर्तन को ढक कर रख दें 
  • 10 मिनट बाद छानकर पी लें | 
अमरुद के पत्ते की चाय
  1. सूखे अमरुद की पत्तियों के चूर्ण से चाय बनाने की विधि 
  • एक कप चाय के लिए 2 अमरुद के सूखे पत्ते या 1/4 चम्मच अमरुद के पत्ते के चूर्ण /powder 
  • एक बर्तन में एक कप पानी उबालें 
  • गैस बंद कर बर्तन में पत्ते की चूर्ण डाल दें 
  • बर्तन को ढक कर रख दें 
  • 10 मिनट बाद छान कर पी लें | 

अमरुद के पत्ते तथा अमरुद के पत्ते की चाय के फायदे / Benefits of Guava Leaves and Guava Leaf Tea 

डायबिटीज में फायदेमंद 

अमरुद के पत्ते में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं | इसके पत्ते में मौजूद फेनोलिक कंपाउंड्स रक्त में ग्लूकोज के लेवल को नियंत्रित करता है | एक अध्ययन में देखा गया कि जब type 2 diabetes के रोगियों को इसके पत्ते की चाय पिलाई गयी तो भोजन के बाद उनके रक्त में ग्लूकोज की  10% से ज्यादा की कमी थी | 

ह्रदय के लिए सेहतमन्द 

अमरुद की पत्तियां ह्रदय को कई प्रकार से स्वस्थ रखने में मदद करती हैं | इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स हार्ट को free radicals के कारण होने वाले नुकसान से बचाते हैं | यह चाय हाई ब्लड प्रेशर को लो करता है | bad  cholesterol LDL को कम करता है तथा good cholesterol HDL को बढ़ाता है | इस चाय के सेवन से ट्राइग्लिसराइड के लेवल में भी कमी देखी गयी है | 

डायरिया ठीक करता है 

अमरुद के पत्ते की चाय में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं | हमारे आँत में मौजूद उन हानिकारक बैक्टीरिया को यह ख़त्म करता है जिनके कारण डायरिया होती है | यह E. Coli बैक्टीरिया को ख़त्म करने के साथ -साथ इससे होने वाली अन्य परेशानियों को भी नियंत्रित करता है | इस चाय को पीने से दस्त के दौरान पेट में उठने वाले मरोड़ भी ठीक होते हैं |

सर्दी खांसी में फायदेमंद 

कई बार सर्दी खांसी के दौरान श्वास नली में जलन और सूजन आ जाती है | यह स्थिति ब्रोंकाइटिस कहलाती है | इसके पत्ते में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं | जिस कारण यह सूजन कम करता है | इससे बार- बार आने वाली खांसी में भी आराम मिलता है | 

वजन घटाने में सहायक 

अमरुद की पत्तियों में मौजूद बायोटिक कंपाउंड्स कार्बोहायड्रेट के अवशोषण को रोकते हैं | इससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम रहती है |यह चाय कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट को शुगर में बदलने से रोककर वजन कम करने में मदद करती है | 

दांत दर्द ,मसूड़ों के दर्द और छाले में आराम 

अमरुद के पत्ते चबाने से दाँत दर्द में आराम मिलता है | यह दांतो में सड़न होने से भी बचाता है | इसमें विटामिन C और फ्लवोनोइड्स होते हैं जो मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं | इसके कोमल पत्तियों को चबाने से मुंह की दुर्गन्ध दूर होती है तथा छाले में भी आराम मिलता है |

अच्छी नींद लाने मे मदद 

अमरुद के पत्ते में मौजूद मैग्नीशियम के कारण दिमाग शांत रहता है और नींद भी अच्छी आती है | अच्छी नींद का कारण यह भी है कि इसे पीने के बाद बार- बार पेशाब नहीं आती है | जिससे नींद में खलल नहीं पड़ती है | 

लिवर के लिए सेहतमंद 

अमरुद के पत्ते में Aspartate  Aminotransferase (AST)नमक एंजाइम को कम करने की क्षमता होती है | यह एंजाइम लिवर में ज्यादा होता है | एक स्वस्थ शरीर में AST लेवल हमेशा कम होता है | AST के बढ़ने से लिवर ख़राब होता है | इस तरह इसके पत्ते से बानी चाय लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है | 

आयरन की कमी को पूरा करता है 

इसमें आयरन की मात्रा अच्छी होती है | 100 ग्राम पत्ते में 13.50 mg आयरन होता है | शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा सही रखने के लिए आयरन की जरूरत होती है | शरीर में hb सही होने से ऑक्सीजन की मात्रा की कमी नहीं होती | 

स्पर्म की संख्या में वृद्धि 

अमरुद की पत्तियां पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सक्षम पाए गए हैं | इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स sperm toxicity को कम करते हैं ,जिससे स्वस्थ स्पर्म का निर्माण होता है | इस तरह स्पर्म की वृद्धि करने में यह सक्षम है |

 घाव और इन्फेक्शन में फायदेमंद

अमरुद की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी होती हैं | इसके पत्ते को पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है | यह इन्फेक्शन होने से भी बचाता है | अमरुद की पत्तियों के चूर्ण को भी घाव पर पेस्ट बना कर लगा सकते हैं | 

पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है 

अमरुद की पत्तियाँ पाचनतंत्र के लिए अच्छे माने जाते हैं | इसकी चाय पीने से पेट में इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता | अमरुद की पत्तियां उन गैस्ट्रिक एन्ज़ाइम्स को बनाने में मदद करती हैं जिनसे पाचन क्रिया बेहतर होती हैं | अमरुद की पत्तियों में मौजूद फ्लवोनोइड्स gastric ph value को बढाकर  पेट में  अल्सर होने की सम्भावना को कम करता है 

बुखार में लाभदायक

अमरुद के पत्ते को हर तरह के वायरल इन्फेक्शन में फायदेमंद देखा गया है | यह प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है | खासकर डेंगू में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है ,उस समय यह चाय पीना लाभदायक सिद्ध होता है | अमरुद की पत्तियों में quercetin नामक फ्लवोनोइड्स होते हैं जो वायरल इन्फेक्शन के दौरान होनेवाले नुकसान से बचाते हैं | 

कैंसर से बचाव 

अमरुद की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण इसमें एंटी कैंसर गुण होते हैं | यह चाय कैंसर सेल के ग्रोथ को रोकने में भी सक्षम है | इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री रैडिकल्स को कम करते हैं जिससे कैंसर का चांस नहीं रहता | 

मासिक धर्म के दौरान होनेवाले दर्द में आराम  

एक शोध में पाया गया कि जब महिलाओं को 6 mg अमरुद के पत्ते का एक्सट्रेक्ट दिया गया तो उनमें मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में कमी आयी | यहाँ तक कि इसका रिजल्ट पेन किलर से भी अच्छा देखा गया | 

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है 

अमरुद की पत्तियों में अच्छी मात्रा में विटामिन C होती हैं | इम्युनिटी को स्ट्रांग बनाने वाला घटक विटामिन C ही होता है | इसमें विटामिन B 3 और B 6 भी होते हैं जिनसे मस्तिष्क एक्टिव रहता है | फलस्वरूप ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है |  

अमरुद की पत्तियों के फायदे त्वचा और बालों के लिए /Guava Leaves Benefits For Skin and Hair

अमरुद का पौधा

मुहांसे ठीक करता है 

मुहांसो से छुटकारा पाने के लिए अमरुद की पत्तियों को पीसकर मुहांसो पर लगाये जाते हैं | इसमें एन्टीबॅक्टेरियलऔर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिस कारण मुहांसे ठीक होते हैं | 

खुजली में आराम 

अमरुद की पत्तियों में इन्फेक्शन दूर करने के गुण होते हैं | खुजली जहाँ हो रही हो वहाँ अमरुद की पत्तियों को पीसकर या पत्ते के चूर्ण को पेस्ट बनाकर लगाने से खुजली में आराम मिलता है | 

त्वचा में कसावट 

अमरुद की पत्तियों के चाय को स्किन टोनर की तरह भी प्रयोग किया जाता है | इसमें विटामिन C और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन को झुर्रियों से बचाते हैं | इसे लगाने से त्वचा में कसावट आती है | इसके लिए अमरुद के पत्ते की चाय से फेसवाश किया जाता है | फेसवाश के आधे घंटे बाद ठंडे पानी से धो लें | इससे पिम्पल्स भी नहीं आते और त्वचा में भी कसावट रहती है | 

झड़ते बालों के लिए फायदेमंद

अमरुद की पत्तियों को पानी में उबाउलकर चाय बना लें | इस चाय को बालों की जड़ो में  लगाएँ | 15 मिनट बाद शैम्पू कर लें | यह झड़ते बालों को रोकने में फायदेमंद होता है | इसके लिए ताज़ी हरी पत्तियों का प्रयोग  ही  ज्यादा अच्छा होता है |इसे लगाने से स्कैल्प के इन्फेक्शन भी ठीक होते हैं | इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स के करण बाल मुलायम और चमकदार हो जाते हैं | इसका प्रयोग करके कई हेयर प्रोडक्ट भी बनाये गए हैं | 

अमरुद के पत्ते के नुकसान /Side Effects of Guava Leaf Tea 

अमरुद की पत्तियाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं | फिर भी ज्यादा मात्रा में सेवन की जाये तो इसका नुकसान होता है | चाय बनाते समय ज्यादा पत्तियों का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए |   अमरुद की दो कोमल पत्तियां ही एक दिन में चबा कर खानी चाहिए | ज्यादा खा लेने से गैस और पेट में जलन की समस्या होती है | 

गर्भवती महिलाओं को अमरुद के पत्ते या अमरुद के पत्ते की चाय का सेवन नहीं करना चाहिए | उन्हें किसी भी हर्बल चाय का सेवन  करने से पहले डाक्टरी सलाह लेनी चाहिए | 

अगली बार दांत या मसूड़ों में दर्द हो तो अमरुद की पत्तियाँ चबाना न भूलें | बुखार होने पर अमरुद के पत्ते की चाय का सेवन अवश्य करें | 

इससे सम्बंधित कोई प्रश्न हो तो कमेंट सेक्शन में जाकर पूछ सकते हैं | यह लेख अपने दोस्तों से शेयर करें जिससे वह भी अमरुद की पत्तियों का फायदा उठा सकें | 

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3 Comments

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