अदरक का राइजोम
अदरक एक भूमिगत रूपांतरित तना है | इसका बोटैनिकल नाम Zingiber officinale है | यह zingiberaceae फैमिली के अंतर्गत आता है | भोजन संचित करने के कारण यह तना असामान्य रूप से फूल जाता है | इसके तने को राइजोम कहते हैं | इसकी सुगंध तेज़ होती है तथा स्वाद तीक्ष्ण होता है | अदरक भारतीय रसोई में मिलने वाला मुख्य मसाला है | इसकी प्रकृति गर्म होती है इसलिए सर्दी के मौसम में इसका सेवन ज्यादा अच्छा होता है | 

इसमें शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट्स ,मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं | गरम पानी में infuse कर इसकी चाय  बनाकर पी जाये तो यह ज्यादा फायदेमंद होता है | जिंजर औषधीय गुणों से भरपूर होता है और कई बिमारियों को ठीक करने में मदद करता है | एक व्यक्ति के लिए एक दिन में 4 gm जिंजर का सेवन सुरक्षित मन जाता है | कभी कभी जाने अनजाने में इसका इस्तेमाल ज्यादा कर लेते हैं तो इसका  नुकसान भी देखने को मिलता  है | 

अदरक के नुकसान /Side Effects of Ginger 

पेट के लिए नुकसानदायक 

पेट की समस्या में जिंजर या जिंजर टी पीने की सलाह दी जाती है | पर कभी कभी यह पेट की समस्या का कारण बन जाता है | एक व्यक्ति के लिए 4 gm अदरक सुरक्षित बताया जाता है | जबकि कुछ लोगों में 4 gm भी नुकसान पहुंचा देता है | खाली पेट अदरक की चाय एसिडिटी को बढ़ा  देती है | अगर ऐसा लम्बे समय तक चलता रहा तो आंत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है | पेट दर्द ,दस्त , अपच ,जलन और गैस बनने की समस्या शुरू हो जाती है | पूरे दिन में चाहे किसी भी रूप में या किसी भी समय लिया गया हो ,उसकी मात्रा 4 gm से कम होनी चाहिए | 

गर्भावस्था में नुकसानदायक 

गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस दूर करने के लिए जिंजर टी उपयोगी बताई गयी है | गर्भवती महिलाओं को 1 ग्राम जिंजर लेना सुरक्षित बताया गया है | पर अनजाने में गर्भवती महिलाएं अधिक मात्रा में जिंजर का सेवन कर लेती हैं तो उनमें गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है | माँ और गर्भस्थ शिशु दोनों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है | अदरक की प्रकृति गर्म होती है ,कई बार pre mature डिलीवरी का चांस बन जाता है | 

पित्ताशय के लिए नुकसानदायक 

पित्त की पथरी या पित्ताशय सम्बंधित रोग में लोगों को अदरक का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है | जिंजर टी या किसी अन्य रूप में जिंजर का सेवन पित्त के श्राव को बढ़ा देता है | ऐसे में पेट दर्द ,उलटी और बेचैनी की समस्या हो जाती है | 

बवासीर में नुकसानदायक 

अदरक का सेवन बवासीर से ग्रसित लोगो को सोच समझ कर करनी चाहिए | यह गर्म प्रकृति की होती है | जिंजर में ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कम मात्रा में लिए जाने के बावजूद रक्त संचार को बढ़ाकर शरीर के हर भाग तक पहुँचते हैं | इसलिए कम मात्रा में लिये जाने के बावजूद यह गर्मी कर देता है और सेंसिटिव एरिया पर दवाब डालता है | खूनी बवासीर में यह ज्यादा नुक़सानदेह है | रक्त को पतला करने की इसकी प्रवृति यहाँ नुकसानदायक साबित होती है | 

ब्लड प्रेशर की दवाई के साथ खतरनाक 

जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं ,उन्हें किसी भी रूप में अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए | यह ब्लड प्रेशर को कम करता है | जिससे हार्ट पल्पिटेशन  की शिकायत हो सकती है | जिनका ब्लड प्रेशर लो रहता है उन्हें भी जिंजर के सेवन से बचना चाहिए | 

डायबिटीज की दवाई के साथ खतरनाक 

जिंजर का सेवन उन लोगो को सोच समझ कर करनी चाहिए जो डायबिटीज की दवाई ले रहे हैं | जिंजर में शुगर की मात्रा को कम करने का गुण होता है | यह डायबिटीज की दवाई के साथ हस्तक्षेप करके हाइपोग्लाइसीमिया की परिस्थिति ला सकता है | ऐसे में रक्त में शुगर का लेवल बहुत कम हो जाता है | 

खून को जमने से रोकता है 

अदरक खून को पतला  करने का काम करती है | यह कहा जा सकता है कि जिंजर एक तरह से एस्पिरिन की तरह व्यवहार करती है | कुछ लोगो में रक्त जमने की समस्या होती है और वे रक्त के थक्के को रोकने के लिए एस्पिरिन ,हेपरिन या वार्फरिन जैसी दवाइयाँ लेते हैं | जिंजर उन दवाइयों के साथ हस्तक्षेप करके खतरनाक परिस्थिति बना सकता है | किसी भी प्रकार का ऑपरेशन हो तो उससे 10 दिन पहले अदरक का सेवन बंद कर देना चाहिए | अन्यथा ऑपरेशन के दौरान रक्त श्राव को रोकना मुश्किल हो जायेगा | 

एसिडिटी बढ़ती है 

जिंजर की प्रकृति क्षारीय होती है | यह एसिड रिफ्लक्स में आराम पहुँचाती है | परन्तु जब ज्यादा मात्रा में सेवन कर लिया जाये तो यह एसिडिटी का कारण बन जाती है | इससे सीने  में जलन भी होती है और धीरे धीरे एसिडिटी का रोग पनपने लगता है | 

मासिक धर्म के दौरान परेशानी 

अदरक का  ज्यादा सेवन करने से कुछ महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान ज्यादा रक्त श्राव हो सकता है | इसका कारण है कि जिंजर की प्रकृति गर्म होती है और यह रक्त को पतला कर देता है | कई महिलाओं में मासिक धर्म का समय भी डिस्टर्ब हो जाता है | 

नींद में परेशानी 

रात के समय अदरक के सेवन से बचना चाहिए | इसमें मौजूद तत्व नींद को डिस्टर्ब कर देते हैं ,जिससे  नींद आने में दिक्कत होती है | 

एलर्जी की सम्भावना 

कुछ लोगों को जिंजर से एलर्जी होती है | उनमें श्वसन सम्बन्धी समस्या ,गला  बंद होना ,होठों में और जीभ में सूजन,  खुजली या चकत्ते देखने को मिलते हैं | उन्हें तुरंत जिंजर का सेवन बंद कर देना चाहिए | उन्हें भविष्य में भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए | 

अदरक बहुत फायदेमंद है हमारे लिए पर जब इसका ज्यादा सेवन किया जाता है तब यह दुष्प्रभाव भी दिखाता है | अदरक को केवल मसाला नहीं बल्कि इसे एक औषधि की तरह प्रयोग करना चाहिए | 

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